ग्वालियर -चम्बल समेत एक दर्जन जिलों में फंस रहा है प्रभारीमंत्रियों को लेकर पेच
( विनय शर्मा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्दी ही मंत्रियों को जिलों का प्रभार देंगे .इसकी वह तैयारी भी कर चुके हैं .लेकिन कुछ जिलों को लेकर क्षेत्रीय नेताओं में तनातनी चल रही है .कद्दावर मंत्री अपने जिले छोड़ना नहीं चाहते हैं .हांलाकि किसे किस जिले का प्रभार सौंपना है ,यह मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र की बात है .सूत्र कहते हैं की मुख्यमंत्री समन्यवय से यह काम पूरा करना चाहते हैं .
ग्वालियर चम्बल में भिंड ,मुरैना ,श्योपुर और ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और बिधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के बीच बर्चस्व की जंग चल रही है .ऐसे में दोनों ही इन जिलों में अपनी पसंद के प्रभारी मंत्री चाहते हैं .सूत्रों का कहना है की श्री सिंधिया ऊर्जा मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर को गुना और शिवपुरी चाहते हैं और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट को ग्वालियर और अशोक नगर का प्रभारी मंत्री चाहते हैं .साथ ही मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत को भिंड और दतिया और मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को मुरैना और श्योपुर जिले का प्रभार चाह रहे हैं .मगर श्री तोमर इसके लिए सहमत नहीं बताये जा रहे हैं . मंत्रिमंडल के बड़े नेता भी अपने जिलों के प्रभार के साथ एक दूसरा जिला चाहते हैं .उनमें वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय इंदौर , प्रह्लाद पटेल सागर ,राकेश सिंह जबलपुर ,एदल सिंह कंसाना मुरैना , उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल रीवा ,नारायण सिंह कुशवाह ग्वालियर के नाम शामिल बताये जा रहे हैं .यह नेता अपने जिलों का प्रभार चाहते हैं .हांलाकि निर्णय मुख्यमंत्री डॉ . मोहन यादव को लेना है ,क्योंकि मुख्य्मंत्री को शीर्ष नेतृत्व ने जिलों का प्रभार देने समेत कई अन्य निर्णय लेने के लिए फ्रीहैण्ड दिया है .