मंत्री डॉ. विजय शाह का बड़ा बयान- फेल होने पर भी हॉस्टल से बेदखल नहीं होगा कोई भी विद्यार्थी
मध्य प्रदेश के जनजातीय विभाग द्वारा संचालित आवासीय स्कूल व छात्रावासों में अध्ययन करने वाले कक्षा छठीं से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं को अब फेल होने पर संस्था से नहीं निकाला जाएगा। उन्हें उसी संस्था में रखकर दोबारा पास होने का मौका दिया जाएगा।
हमने छात्रावासों में रहने वाले बच्चों को उनके स्वजन से मोबाइल अथवा टेब के माध्यम से बात करने की व्यवस्था भी करवा दी है। आदेश जारी हो चुके हैं। बच्चे अपने मम्मी-पापा से बात कर सकते हैं, मन की बात बता सकते हैं।यह बात जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. विजय शाह ने शनिवार को कन्या शिक्षा परिसर खालवा में आयोजित 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के दौरान शपथ समारोह के पूर्व कही।
अपने जिलों के आवासीय छात्रावास में जाकर पढ़ाई कर सकते हैं
इस दौरान मंत्री शाह ने छात्राओं से उनके हाल-चाल जानते हुए बताया- अब हमने यह व्यवस्था भी कर दी है कि जनजातीय विभाग के आवासीय छात्रावासों में अन्य जिलों से आकर शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं को उनकी इच्छा के अनुरूप उन्हीं के जिले में संचालित विभाग के आवासीय छात्रावास में जाकर पढ़ाई कर सकते हैं।
ऐसी व्यवस्था भी कर रहे हैं। प्रत्येक छात्रावास में उपलब्ध जमीन पर किचन गार्डन की लगवाने की भी व्यवस्था कर रहे है। जिससे यहां अध्ययनरत बच्चो को पौष्टिक आहार मिल सके। सभी आवासीय छात्रावास जिसमें बच्चों की संख्या अधिक है वहां बच्चों को शीघ्र भोजन मिल सके। इसके लिए रोटी मशीन की व्यवस्था भी की जा रही है। छात्रावासों में अल्प वेतन में सेवाएं देने वाले अस्थाई कर्मचारियों के लिए भी हम उनके हित में विचार कर रहे हैं।
संगीत शिक्षक क्यों नहीं रखा
कन्या शिक्षा परिसर में संगीत शिक्षक का पद होने के बाद भी नियुक्ति न करने पर नाराजगी जाहिर की। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को निर्देशित किया कि जब तक स्थाई नियुक्ति नहीं होती तब तक संगीत शिक्षक के पद पर अतिथि शिक्षक को नियुक्त किया जाए। प्रत्येक छात्रा का हेल्थ कार्ड बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जाए।
पेयजल के लिए कुआं व खेल मैदान बनेगा
मंत्री डॉ. विजय शाह ने छात्राओं को बताया कि मुख्यमार्ग से कन्या शिक्षा परिसर पर पहुंच मार्ग स्वीकृत हो चुका है। निर्माण भी शीघ्र होगा। परिसर में ग्रीष्मकाल में पेयजल की समस्या दूर करने के लिए एक बड़ा कुएं की खोदाई करवा रहे है।
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