बाहर खड़ी सेवंती बाई ने पड़ोसी का दरवाजा खटखटाया, लेकिन वह तुरंत नहीं खुला। सेवंती बाई किसी और को बुला पाती, उसके पहले योगेश बाहर निकला और दरवाजे पर लटके ताले में चाबी डालकर चला गया। पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो योगेश एक झोला लेकर आते-जाते हुए दिखाई दिया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर दोनों के शवों को पीएम के लिए मर्चुरी में रखवा दिया।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि योगेश मरावी पहली बार अपनी पत्नी के पास नहीं आया था, इसके पहले भी वह कई बार आया था और हंगामा मचा चुका था। लेकिन पत्नी और साली सामाजिक रिश्तों को देखते हुए घर की बात किसी को बताती नहीं थीं, पड़ोसियों को आवाज से विवाद का पता चल जाता था। योगेश मंडला से कार लेकर ड्राइवर के साथ हत्या करने के इरादे से ही आया था।
पूछताछ में उसने बताया कि योजना पहले बना ली थी, हत्या के लिए चाकू पहले से खरीदकर रखा था। वह इस तैयारी में था कि अगर पत्नी साथ चलने को तैयार नहीं हुई तो उसकी हत्या कर दूंगा। हत्या के बाद भोपाल से भागते समय उसकी कार का नंबर सीसीटीवी में कैद हुआ था। कार नंबर के आधार पर भोपाल पुलिस ने बालाघाट और मंडला पुलिस को सूचना दी थी।
मंगलवार देर शाम मंडला में वाहन चेकिंग के दौरान योगेश मरावी कार के साथ पकड़ा गया। आरोपी को मंडला जिले के नैनपुर थाने की चौकी पिंडरई में पकड़ा गया है। भोपाल की पुलिस की टीम उसे लेने मंडला पहुंच गई है।