एक्सीडेंट केस में अड़ीबाजी दर्ज कर पत्रकार को किया गिरफ्तार, सेशन कोर्ट से दी जमानत, TI लाइन अटैच

20 मार्च को कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में हुए एक एक्सीडेंट के मामले में राजधानी भोपाल के पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया के खिलाफ एक्सीडेंट के बाद अड़ीबाजी करने का प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर कुलदीप सिसौदिया नाम के व्यक्ति पर प्रकरण दर्ज किया, लेकिन बीती रात पुलिस ने पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया को गिरफ्तार कर लिया।इसे लेकर मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में पत्रकार कटारा हिल्स थाने पहुंचे और थाने के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया। पत्रकार निष्पक्ष जांच के साथ झूठा प्रकरण दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारी को निलंबित किए जाने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन में भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल भी शामिल हुए। दोपहर में पुलिस ने पत्रकार सिंगोरिया का मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां ने उन्हें जेल भेजा जा रहा था। लेकिन, आरोपी पक्ष ने जिला एवं सत्र न्यारयालय में आवेदन लगाया और वहां से उन्हें जमानत मिल गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपी पत्रकार को मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया, लेकिन अड़ीबाजी के मामले में मजिस्ट्रेट कोर्ट जमानत नहीं दे सकती, इसलिए उन्हें जेल भेजा जा रहा था। पत्रकारों ने डीजीपी से शिकायत की तो उन्होंने भोपाल पुलिस के अपर आयुक्त अवधेश गोस्वामी को जांच करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है, अधिकारी मामले को देख रहे हैं। मंगलवार दोपहर बाद पत्रकारों ने पुलिस मुख्यालय के सामने एकत्रित होकर नारेबाजी की और सड़क पर बैठकर प्रदर्शन भी किया। पत्रकारों से मुलाकात के बाद डीजीपी कैलाश मकवाणा ने कटारा हिल्स थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल शुक्ला को लाइन अटैच करने के निर्देश दिए। जिसके बाद टीआई शुक्ला को लाइन भेज दिया गया।कटारा हिल्स थाने से मिली जानकारी के अनुसार, टीला जमालपुरा निवासी शेख अकील ने शिकायत की थी कि गत 20 मार्च को वह अपने दोस्त के फैजान के साथ एम्स से आरटीओ ऑफिस के लिए निकले थे। दोनों अलग-अलग गाड़ियों पर थे, वे विवेकानंद कॉलोनी गेट के पास पहुंचे थे। इसी दौरान सफेद रंग की बुलेरो ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में शेख अकील को हाथ में चोट लग गई। इसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हो गया। शिकायत में आरोप लगाया गया कि बुलेरो पर सवार कुलदीप सिंगोरिया ने गाड़ी सुधरवाने के नाम पर पैसों की अड़ी डाल दी। पुलिस ने इसी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पत्रकार कुलदीप पर अड़ीबाजी और मारपीट की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस की एफआईआर में कुलदीप सिसौदिया लिखा हुआ है, लेकिन पुलिस ने कुलदीप सिंगोरिया को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी केजी शुक्ला ने कहा कि सोशल मीडिया के आधार पर कुलदीप सिंगोरिया को गिरफ्तार किया गया है।बताया जाता है कि वे अपनी वेबसाइट और डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए कई आईएस और आईपीएस अधिकारियों के कारनामों को उजागर कर रहे थे। कुछ माह पहले नर्मदापुरम में शासकीय सेवा में पदस्थ उनकी बहन को भी परेशान किया जा रहा था। सिंगोरिया के परिजनों का आरोप है कि जिस बोलेरो से एक्सीडेंट की बात कही जा रही है, उसमें सिंगोरिया सवार ही नहीं थे। पुलिस ने बड़े लोगों के दबाव में प्रताडि़त करने के लिए एक्सीडेंट के बहाने अड़ीबाजी का झूठा प्रकरण दर्ज किया है।