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नैतिक शिक्षा स्नातक पाठ्यक्रम में शामिल होगी – श्री पवैया

उच्च शिक्षा मंत्री ने की पीजीव्ही कॉलेज में मल्टीपरपज हॉल के लिये 10 लाख देने की घोषणा

मध्यभारत शिक्षा समिति द्वारा अमृतोत्सव समारोप आयोजित

राष्ट्र निर्माण के लिये रोजगारपरक एवं मूल्यों पर आधारित शिक्षा पद्धति जरूरी है। इसलिये प्रदेश में युवा हाथों को रोजगार देने वाली शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा को स्नातक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। यह बात उच्च शिक्षा, लोक सेवा प्रबंधन एवं जन शिकायत निवारण मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने कही। श्री पवैया मध्यभारत शिक्षा समिति के तत्वावधान में यहाँ पार्वती बाई गोखले विज्ञान महाविद्यालय (पीजीव्ही) में आयोजित हुए अमृतोत्सव समारोप में बोल रहे थे। श्री पवैया ने पीजीव्ही कॉलेज में मल्टीपरपज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण के लिये अपनी विधायक निधि से 10 लाख रूपए देने की घोषणा भी इस मौके पर की।

      उच्च शिक्षा मंत्री श्री पवैया ने कहा कि रोजगारपरक सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने के लिये महाविद्यालय आगे आएँ। प्रदेश सरकार विश्वविद्यालयों से इन कोर्सों की मान्यता दिलाने में महाविद्यालयों की पूरी मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में स्नातक स्तर पर नैतिक शिक्षा के माध्यम से युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के प्रयास सरकार करेगी। श्री पवैया ने कहा नैतिक शिक्षा एक व्यापक विषय है, जिसमें पेड़, जल व पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ भ्रूण में पल रहीं कन्या की हत्या रोकने जैसे गंभीर मुद्दे शामिल हैं। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम को 20 प्रतिशत तक रिवाइज करेगी।

उन्होंने कहा सरकार की मंशा है कि युवा पीढ़ी के एक हाथ में ज्ञान तो दूसरे हाथ में रष्ट्रभक्‍ति की मशाल हो। श्री पवैया ने कहा सामाजिक सरोकारों से युवाओं को जोड़े रखने की दिशा में मध्यभारत शिक्षा समिति के प्रयास सराहनीय हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री अशोक पाण्डेय ने कहा कि संस्कारयुक्त शिक्षा पद्धति हमारी पहचान है। यही कार्य मध्यभारत शिक्षा समिति कर रही है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने पर भी जोर दिया।

मध्यभारत शिक्षा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में रविवार की प्रात:काल इस समिति से जुड़ीं 6 शिक्षण संस्थाओं के वर्ष 1941 से लेकर 1990 तक के गुरूजनों एवं छात्रों का अभिनंदन किया गया।

इस अवसर पर मध्यभारत शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र बांदिल, उपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र कुंटे व सचिव डॉ. राकेश कुशवाह मंचासीन थे। कार्यक्रम के अंत में माधव महाविद्यालय के शासी निकाय के अध्यक्ष डॉ. आर एस शर्मा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा अमृतोत्सव की स्मारिका “अमृतं गमय” का विमोचन भी किया गया।

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