à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° ने नà¥à¤ªà¥‚र से की सगाई
मेरठ। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ टीम के सà¥à¤µà¤¿à¤‚ग मासà¥à¤Ÿà¤° à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤°à¥à¤µà¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° ने अपने ही शहर मेरठकी नà¥à¤ªà¥‚र नागर से सगाई कर ली है। बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को नोà¤à¤¡à¤¾ में दोनों परिवार के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की मौजूदगी में सगाई की रसà¥à¤® पूरी की गई। à¤à¥à¤µà¥€ और नà¥à¤ªà¥‚र ने à¤à¤•-दूसरे को अंगूठी पहनाई। पारिवारिक सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, शादी दिसंबर में हो सकती है।
मंगलवार को दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद ही à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤°à¥à¤µà¤° ने अपने इंसà¥à¤Ÿà¤¾à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® पर नà¥à¤ªà¥‚र के साथ तसà¥à¤µà¥€à¤° साà¤à¤¾ करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपना बेटर हाफ बताया था। बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° की दोपहर को सगाई का कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® संपनà¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ नà¥à¤ªà¥‚र मेरठके गंगानगर की रहने वाली हैं और à¤à¥à¤µà¥€ की पड़ोसी हैं। à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤°à¥à¤µà¤° के पिता किरनपाल सिंह और नà¥à¤ªà¥‚र के पिता यशपाल सिंह नागर पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सेवा से बतौर दारोगा सेवानिवृतà¥à¤¤ हà¥à¤ हैं।
इंजीनियर है à¤à¥à¤µà¥€ की बेटर हाफ नà¥à¤ªà¥‚र नागर की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ सà¥à¤•à¥‚ली शिकà¥à¤·à¤¾ देहरादून में हà¥à¤ˆà¥¤ यहां वह ककà¥à¤·à¤¾ छठीं तक पà¥à¥€à¤‚ और इसके बाद परिवार के साथ मेरठआ गईं। ककà¥à¤·à¤¾ सात से 12वीं तक उनकी पà¥à¤¾à¤ˆ मवाना रोड सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जेपी à¤à¤•à¥‡à¤¡à¤®à¥€ में हà¥à¤ˆà¥¤ 2010 में 12वीं पास करने के बाद नà¥à¤ªà¥‚र ने नोà¤à¤¡à¤¾ से बीटेक की पà¥à¤¾à¤ˆ पूरी की। वह नोà¤à¤¡à¤¾ में ही जॉब कर रही हैं। फिलहाल उनका पूरा परिवार नोà¤à¤¡à¤¾ में ही रहता है। चार à¤à¤¾à¤ˆ-बहनों में नूपà¥à¤° सबसे छोटी हैं। उनकी दो बड़ी बहनों व à¤à¤¾à¤ˆ की शादी हो चà¥à¤•à¥€ है।