अधिक मास के समापन और अमावसà¥à¤¯à¤¾ पर ओंकारेशà¥â€à¤µà¤° में उमड़ेंगे शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥
ओंकारेशà¥à¤µà¤°à¥¤ अधिक मास के समापन और अमावसà¥à¤¯à¤¾ होने से बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को ओंकारेशà¥à¤µà¤° पहà¥à¤‚चेंगे। à¤à¥€à¥œ को देखते हà¥à¤ ओंकारेशà¥à¤µà¤° मंदिर में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को दो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से दरà¥à¤¶à¤¨ करवाठजाà¤à¤‚गे।
इसके साथ ही मंदिर परिसर में पीने के पानी के इंतजाम à¤à¥€ किठगठहैं। इधर मंगलवार को बांध से पानी छोड़ने से नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ à¤à¥€ लबालब नजर आई। शाम 4 बजे à¤à¤—वान ओंकारेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग का महाशà¥à¤°à¥ƒà¤‚गार किया गया।
अधिकमास के दौरान पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ चार से पांच हजार लोग नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ और à¤à¤—वान ओंकारेशà¥à¤µà¤° व ममलेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के दरà¥à¤¶à¤¨ करने पहà¥à¤‚च रहे थे।
बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को अधिकमास के समापन और अमावसà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤• साथ आने से इंदौर, शाजापà¥à¤°, मकà¥à¤¸à¥€, देवास, शà¥à¤œà¤¾à¤²à¤ªà¥à¤°, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, à¤à¤¾à¤¬à¥à¤† आदि सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं का आगमन होगा। नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के साथ ही दिन à¤à¤° मंदिरों में पूजा-अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ और दरà¥à¤¶à¤¨ का दौर चलेगा। अधिकांश शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ ओंकार परà¥à¤µà¤¤ की परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ à¤à¥€ लगाà¤à¤‚गे।
इधर बांध पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ करीब पांच दिनों से नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ बांध पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चार-पांच दिनों से नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ की पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ को रोक दिया गयाा गया था। घाटों पर पानी नहीं होने से शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ के बीचोंबीच सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर जाकर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करने को मजबूर थे। मंगलवार को पानी छोड़ने से डबरों में तबà¥à¤¦à¥€à¤² नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ लबालब हो गई।