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कांग्रेस की पहली सूची में सिंधिया का वर्चस्व होने से नाखुश कमलनाथ बोले प्रत्याशियों के नामों पर हुई है केवल चर्चा

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में व्याप्त अंदरूनी रार सामने आने लगी है. बता दें कि आज यानी बुधवार को ही कांग्रेस ने प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 80 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम तय करने की घोषणा की थी. बताया जा रहा था कि आगामी एक सप्ताह में ही राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी फाइनल कर लिए जाएंगे. इन सबके बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के तमाम दावों को झटका देते हुए पार्टी लाइन से अलग ही बयान दे दिया है.

प्रत्याशियों के नामों पर हुई है केवल चर्चा- कमलनाथ
कमलनाथ ने प्रत्याशियों के नाम तय होने की बात पर कहा कि अभी 80 विधानसभा सीटों पर सिर्फ नामों की चर्चा हुई है. किसी के भी नाम तय नहीं किए गए हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि अभी नामों को तय नहीं माना जाए. इस मामले पर अभी तीन-चार बैठकें और होनी हैं. उन्होंने प्रत्याशियों की लिस्ट के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट 28-29 अक्टूबर तक आ जाएगी. बता दें कि हाल ही में कमलनाथ ने साफ तौर पर कहा था कि जो व्यक्ति चुनाव जीतने मे सक्षम होगा, उसे पार्टी अपना उम्मीदवार बनाएगी, चाहे वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से ही क्यों न आया हो.

प्रत्याशियों के नाम से कमलनाथ लग रहे हैं नाराज
पार्टी सूत्रों के अनुसार,  तय किए गए 80 नामों की लिस्ट में कांग्रेस सांसद और मध्य प्रदेश कांग्रेस चुनाव समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीकियों को वरीयता दी गई है. बताया जा रहा है कि कमलनाथ इस सूची से खासे नाराज है. पार्टी सूत्रों की मानें तो, कमलनाथ नहीं चाहते कि प्रदेश में ऐसे लोगों को आगे किया जाए जिनकी वजह से कांग्रेस की जीत में जरा भी संदेह हो सकता है. बता दें कि हाल ही में बीजेपी के पूर्व विधायक सुनील मिश्रा को कमलनाथ ने कांग्रेस में शामिल कराया है. मिश्रा मध्यप्रदेश के कटनी जिले की मुड़वारा सीट से विधायक रहे हैं. सुनील ने 2014-15 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वॉइन की थी.

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