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जयभान सिंह पवैया के बाद अब यशोधरा राजे सिंधिया ने इशारों-इशारों में नरेंद्र सिंह तोमर को घेरा

भोपाल। à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¨à¤¸à¤­à¤¾ चुनाव के साथ ही भाजपा में अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जयभान सिंह पवैया के बाद अब यशोधरा राजे सिंधिया ने इशारों-इशारों में नरेंद्र सिंह तोमर पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में चुनाव की जिम्मेदारी जिन नेताओं पर थी, उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

यशोधरा के इस आरोप पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि हार का ठीकरा दूसरे नेताओं पर नहीं फोड़ना चाहिए। कुछ कमियां और कमजोरी सबकी होती है, उस पर ध्यान देना चाहिए।

नंदकुमार ने कहा कि हारने के बाद इस तरह के आरोप लगाने से मैं सहमत नहीं हूं। अर्चना चिटनीस के समर्थक नंदकुमार सिंह चौहान पर भी भितरघात करने का आरोप लगा रहे हैं। इन आरोपों पर नंदकुमार ने कहा कि मैं पार्टी के उचित फोरम पर इस बारे में अपनी बात रखूंगा। सभी को अपनी बात कहने की आजादी है।

यशोधरा राजे सिंधिया खुद तो शिवपुरी से चुनाव जीत गईं, लेकिन ग्वालियर-चंबल में भाजपा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यहां की 34 सीट से भाजपा केवल 7 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई है। पार्टी को इस क्षेत्र में 13 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है।इस प्रदर्शन से आहत यशोधरा ने  मीडिया से कहा कि यदि मैं जिम्मेदार नेताओं की जगह होती तो इस्तीफा दे देती। उन्होंने कहा कि 20 साल में पहली बार क्षेत्र में टिकट बंटवारे के दौरान मेरी राय नहीं ली गई। यदि मुझसे पूछा जाता तो भाजपा को ज्यादा सीटें मिल सकती थीं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कांग्रेस की लोकप्रियता से नहीं, बल्कि गलत टिकट बांटने की वजह से भाजपा को हार मिली है।  

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