कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ कà¥à¤‚ठमें ६०० संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— 12 हजार से अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने शिरकत की
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤°à¥¤ कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ चिारधारा पर कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ सरà¥à¤•à¤¿à¤² ऑफ इंडिया का गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में आयोजित नेशनल कनà¥à¤µà¥‡à¤‚शन बनाम कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ कà¥à¤‚ठआज संपनà¥à¤¨ हो गया। कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ विचारधारा पर आयोजित इस कà¥à¤‚ठमें देश à¤à¤° के ६०० संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के लगà¤à¤— 12 हजार से अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने शिरकत की। देश का कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ विचारधारा का यह अब तक का सबसे बडा आयोजन था। इस कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ कà¥à¤‚ठके पीछे सबसे महती à¤à¥‚मिका कà¥à¤¯à¥‚सीà¤à¤«à¤†à¤ˆ के डायरेकà¥à¤Ÿà¤° अविनाश मिशà¥à¤°à¤¾ , गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° चेपà¥à¤Ÿà¤° के चैयरमेन संजय बिंदल की रही।
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में आयोजित 32 वां नेशनल कनà¥à¤µà¥‡à¤‚शन ऑफ कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ कनà¥à¤¸à¥‡à¤ªà¥à¤Ÿà¤¸ का आयोजन à¤à¤• बडी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ थी और दो वरà¥à¤· पहले कà¥à¤¯à¥‚सीà¤à¤«à¤†à¤ˆ की टीम ने रिजेकà¥à¤Ÿ कर दिया था, लेकिन डायरेकà¥à¤Ÿà¤° अविनाश मिशà¥à¤°à¤¾ ने इसे चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ के रूप में लिया और दो वरà¥à¤· बाद इसे गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में आयोजित करके आलोचकों के मà¥à¤‚ह बंद कर दिये।
कà¥à¤¯à¥‚सीà¤à¤«à¤†à¤ˆ के 13 डायरेकà¥à¤Ÿà¤°à¥‹à¤‚ ने अविनाश मिशà¥à¤°à¤¾ के संकलà¥à¤ª को देखते हà¥à¤ गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में इसके आयोजन की जब अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दी तो अविनाश मिशà¥à¤°à¤¾ पिछले छह माह से इसकी तैयारियों में लग गये। और इसको सफलतापूरà¥à¤µà¤• संपनà¥à¤¨ करा उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ अपने नाम का लोहा मनवा दिया।
अविनाश मिशà¥à¤°à¤¾ बताते हैं कि गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में 12 हजार पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के à¤à¤• साथ रहने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं थी इसलिये हमने आगरा , à¤à¤¾à¤‚सी, धौलपà¥à¤°, मà¥à¤°à¥ˆà¤¨à¤¾ , मथà¥à¤°à¤¾ तक में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के रूकने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की।
मिशà¥à¤°à¤¾ ने बताया कि गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° चेपà¥à¤Ÿà¤° की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ 1992 में की गई थी, तब लोग कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ विचारधारा को हंसी में ले रहे थे। लेकिन अब हर उदà¥à¤¯à¥‹à¤— , संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, सà¥à¤•à¥‚ल , कालेज , शासकीय विà¤à¤¾à¤—ों में हर काम में कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ की बात पà¥à¤–à¥à¤¤à¤¾ रूप से की जाती है। मिशà¥à¤°à¤¾ ने बताया कि वह इसकी तैयारियों में बीते à¤à¤• सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ से घर ही नहीं गये हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि यह आयोजन अतà¥à¤¯à¤‚त महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ और यादगार रहा। इस आयोजन में शà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ बोरà¥à¤¡ के अविनाश उपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ à¤à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ से आकर यहां डटे रहे।