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कोहरे ने ली दो जानें

ग्वालियर।  à¤•à¥‹à¤¹à¤°à¥‡ के कारण शहर के दो लोगों की जान चली गई। पहला हादसा आधी रात को एजी पुुल पर डिवाइडर पर डस्टर कार चढ़ जाने के कारण हुआ। इसमें ट्रांसपोर्टर की मौत हो गई। वहीं, दूसरा हादसा तड़के भिण्ड रोड पर महाराजपुरा गांव के पास हुआ। इसमें स्वच्छता अभियान के अंतर्गत मॉर्निंग फॉलोअप के लिए बरैठा गांव जा रहे पंचायत समन्यवक अधिकारी की डंपर से कुचलकर मौके पर ही मौत हो गई। मृतक एक्टिवा से था। इस घटना से पंचायत कर्मियों आक्रोश व्याप्त है।

मॉर्निंग फॉलोअप के लिए जा रहे थे सतेंद्र सिंह

लाइन नंबर-1 हजीरा निवासी सतेंद्र सिंह कुशवाह पहले से दिव्यांग थे। उनके हाथ-पैर ठीक से काम नहीं करते थे। गाड़ी भी बमुश्किल चला पाते थे। स्वच्छता अभियान में मॉर्निग फॉलोअप के लिए शुक्रवार की सुबह उन्हें बरैठा गांव के आसपास जाना था, ताकि खुले में शौच के लिए जाने वाले ग्रामीणों को इससे रोक सकें। 40 वर्षीय सतेंद्र सिंह तड़के 4ः30 बजे मॉर्निंग फॉलोअप के लिए बरैठा जाने के लिए घर से निकले थे। सुबह शहर में घना कोहरा छाया हुआ था। महाराजपुरा गांव के पास घने कोहरे में एक्टिवा से जा रहे पंचायत कर्मी को डंपर ने कुचला दिया। सतेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद चालक काली गिट्टी से लोड डंपर को मौके पर छोड़कर भाग निकला। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने डंपर को जब्त कर लिया और शव को डेड हाउस पहुंचा दिया। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।

ग्रामीण लाठी लेकर दौड़ते हैं, दफ्तर में मिलती है निलंबन की चेतावनी

स्वच्छता अभियान की ड्यूटी में एक साथी कर्मचारी की मौत से पंचायत कर्मियों में रोष व्याप्त है। डेड हाउस पर जमा हुए पंचायत कर्मियों का कहना है कि खुले में लोगों को शौच के लिए जाने से रोकने के लिए केवल पंचायत कर्मियों पर दबाव है। जिसके कारण कर्मचारी दबाव में हैं। बगैर किसी सुरक्षा के गांवों में लोगों को खुले में शौच के लिए जाने से रोकने पर महिलाओं की खरी-खोटी सुनना पड़ती है। लोग लाठी-डंडे लेकर पीछे दौड़ते हैं। दफ्तर में निलंबित किए जाने की चेतावनी मिलती है। 2 दिन पूर्व 2 पंचायत समन्यवक व 2 सचिवों को निलंबित किया गया है, जिसके कारण कर्मचारी काफी दबाव में हैं। ऐसी स्थिति में कार्रवाई के डर से कर्मचारी घने कोहरे में भी मॉर्निंग फॉलोअप के लिए निकलने को मजबूर हैं।

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आधी रात को हो गई थी ट्रांसपोर्टर की मौत, पत्नी को सुबह बताया

घने में कोहरे में कार एजी पुल के डिवाइडर से टकरा जाने के कारण आधी रात को ही ट्रांसपोर्टर सुनील कुमार देवानी की मौत हो गई थी, लेकिन रात में रिश्तेदारों ने उनकी मौत की सूचना पत्नी काजल को नहीं दी। पत्नी को सुबह बताया। पति की मौत की सूचना मिलते ही वह बेहोश हो गईं। ट्रांसपोर्टर के शव को डॉक्टरी परीक्षण के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए धौलपुर ले गए। हादसे में उनके बेटे सहित तीन लोग घायल हुए थे।

मूल रूप से धौलपुर हाल विंडसर हिल्स में निवास करने वाले सुनील कुमार देवानी ट्रांसपोर्ट के कारोबार के कारण यहां परिवार के साथ रहते थे। उनका भाई धौलपुर में रहता है। गुरुवार की रात को सुनील कुमार बेटे हिमांशु, रिश्तेदार राजेश सोमनी व दोस्त के साथ निजी वाहन से डबरा में शादी समारोह में गए थे। शादी में से लौटते समय से सड़क पर घना कोहरा छा गया। जिसके कारण कार धीमी गति से चलाकर शहर में प्रवेश कर गए। एजी पुल पर चढ़ते समय उनकी कार कोहरे के कारण डिवाइडर से टकरा गई। गाड़ी ड्राइव कर रहे सुनील कुमार देवानी की मौके पर ही मौत हो गई और बेटे सहित तीन लोग घायल हो गए थे।

नजदीकी रिश्तेदारों ने पत्नी काजल को रात में सुनील की मौत होने की सूचना नहीं दी। परिवार के लोगों को आशंका थी कि पति की मौत की खबर से सदमा लग सकता है। सुनील के बेटे हिमांशु के अलाव बेटी केशर देवानी भी है। बेटे-बेटी डीपीएस स्कूल में पढ़ते हैं। मां-बेटी को सुनील की मौत होने का पता सुबह चला। काजल पति की मौत की खबर सुनते ही अचेत हो गई। बेटी के मुुंह से भी चीख निकल गई। काजल की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे किसी तरह से धौलपुर ले गए। धौलपुर में ही सुनील के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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