ताई ने à¤à¤¾à¤ˆ के अरमानों पर पानी फेरा
इंदौर लोकसà¤à¤¾ सीट पर à¤à¤• बार फिर से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने का à¤à¤²à¤¾à¤¨ कर लोकसà¤à¤¾ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ महाजन (ताई )ने à¤à¤¾à¤ˆ कैलाश विजयवरà¥à¤—ीय के लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ने के अरमानों पर पानी फेर दिया है.
दौर से आठबार सांसद रहीं सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ महाजन 'ताई' फिर अपना à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ आजमाने को तैयार हैं. लेकिन कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ अà¤à¥€ à¤à¥€ उपयà¥à¤•à¥à¤¤ कैंडिडेट की तलाश में हैं. बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर पिछले 29 साल से उसका कबà¥à¤œà¤¼à¤¾ है. लोकसà¤à¤¾ सà¥à¤ªà¥€à¤•à¤° सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ महाजन लगातार यहां से सांसद हैं. वो पहली à¤à¤¸à¥€ महिला सांसद हैं जो लगातार à¤à¤• ही सीट और पारà¥à¤Ÿà¥€ से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीतती आ रही हैं.
लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ ताई इस बार इतिहास दोहरा पाà¤à¤‚गी. ये सवाल इसलिठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि 3 महीने पहले हà¥à¤ विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में इंदौर लोकसà¤à¤¾ सीट की आठमें से 4 सीटें कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने जीत ली हैं. बीजेपी के पास सिरà¥à¤« 4 सीट ही बचीं. इसलिठइस बार दोनों के बीच कांटे का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ माना जा रहा है.
सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ महाजन इंदौर की राजनीति का à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ नाम जिसने सफलता की बà¥à¤²à¤‚दियों का सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® इतिहास रचा. मालवा की राजनीति में ताई के नाम से पहचाने जाने वाली लोकसà¤à¤¾ सà¥à¤ªà¥€à¤•à¤° सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¾ महाजन देश की à¤à¤¸à¥€ पहली महिला सांसद हैं जो à¤à¤• ही सीट से लगातार आठबार लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीती हैं. उनका जनà¥à¤® 12 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1943 को महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के चिपलà¥à¤¨ में हà¥à¤† था. ताई के पिता संघ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• थे. ताई की शादी इंदौर में à¤à¤¡à¤µà¥‹à¤•à¥‡à¤Ÿ रहे सà¥à¤µ. जयंत महाजन से हà¥à¤ˆ थी. ताई के दो बेटे मिलिंद और मंदार हैं.