लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में बागियों पर बाजी लगाà¤à¤—ी à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾
जयपà¥à¤°à¥¤ विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में टिकट कटने से नाराज होकर बागी हà¥à¤ नेताओं को राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ फिर अपने साथ जोड़ने की कवायद में जà¥à¤Ÿ गई है। इसके लिठहर विधानसà¤à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में सूचियां तैयार की जा रही हैं और जो बागी लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पारà¥à¤Ÿà¥€ को फायदा दिला सकते हैं उनसे संपरà¥à¤• किया जा रहा है।
विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पारà¥à¤Ÿà¥€ ने करीब 60 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे थे। इनमें सरकार के पांच मंतà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° गोयल, धनसिंह रावत, हेमसिंह à¤à¥œà¤¾à¤¨à¤¾, राजकà¥à¤®à¤¾à¤° रिणवां और संसदीय सचिव ओम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ हà¥à¤¡à¤²à¤¾ à¤à¥€ शामिल थे। इन सà¤à¥€ ने निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ के रूप में चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ा था। हालांकि इनमें से सिरà¥à¤« हà¥à¤¡à¤²à¤¾ ही चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीत पाà¤, बाकी सà¤à¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ हार गà¤à¥¤
इनके अलावा à¤à¥€ करीब 43 à¤à¤¸à¥‡ नेता चिनà¥à¤¹à¤¿à¤¤ किठगठहैं जो विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में पारà¥à¤Ÿà¥€ से दूर हो गठथे। पारà¥à¤Ÿà¥€ ने à¤à¥€ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के समय इनके निलंबन की कारà¥à¤°à¤µà¤¾à¤ˆ की थी। अब पारà¥à¤Ÿà¥€ का मानना है कि ये नेता चà¥à¤¨à¤¾à¤µ à¤à¤²à¥‡ ही हार गà¤, लेकिन लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में ये अपने वोटबैंक और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर अपने पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के चलते पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठउपयोगी साबित हो सकते हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इन नेताओं को जातिगत पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ अà¤à¥€ à¤à¥€ बना हà¥à¤† है।
हाल मेंपारà¥à¤Ÿà¥€ के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· अमित शाह और राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संगठन महामतà¥à¤°à¥€ रामलाल के जयपà¥à¤° दौरे के दौरान इस विषय पर चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ पारà¥à¤Ÿà¥€ की कोर कमेटी की बैठक में यह तय किया गया कि जो लोग पारà¥à¤Ÿà¥€ की विचारधारा से जà¥à¥œà¥‡ रहे हैं और साफ मन के साथ पारà¥à¤Ÿà¥€ से वापस जà¥à¥œ सकते हैं, उनसे सारे गिले-शिकवे दूर पारà¥à¤Ÿà¥€ से वापस जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का आगà¥à¤°à¤¹ किया जाà¤à¥¤à¤¸à¥‚तà¥à¤°à¥‹à¤‚ का कहना है कि पारà¥à¤Ÿà¥€ से दूर हà¥à¤ नेताओं में किनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वापस पारà¥à¤Ÿà¥€ से जोड़ा जा सकता है, इसके लिठहर विधानसà¤à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ इकाइयों से चरà¥à¤šà¤¾ के बाद सूचिचां तैयार की जा रही हैं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ इकाई ही इस बारे में बेहतर फीडबैक दे सकती है कि कौन से नेता पारà¥à¤Ÿà¥€ से जà¥à¥œ सकते हैं और उपयोगी साबित हो सकते हैं।