केंदà¥à¤° सरकार का बड़ा फैसला, टà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤²à¤†à¤ˆà¤Ÿà¥€ à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महतà¥à¤µ का दरà¥à¤œà¤¾
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤². मौलाना आजाद राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ (मैनिट) की मेंटरशिप में सतà¥à¤° 2107-18 सà¥à¤µ à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² में संचालित आईआईआईटी सहित देश के पांच और आईआईआईटी को à¤à¥€ अब बाकी आईआईआईटी की तरह राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महतà¥à¤µ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ घोषित करने की मंजूरी à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने दे दी है। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में हà¥à¤ˆ कैबिनेट की बैठक में आईआईआईटी अमेंडमेंट बिल -2020 को सà¥à¤µà¥€à¤•à¥ƒà¤¤ कर यह फैसला लिया गया।
इसके साथ ही निरà¥à¤£à¤¯ लिया गया है कि यह पांचों आईआईआईटी पीपीपी मोड पर ही सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ रहेंगे। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में करीब में 20 आईआईआईटी है। इनमें से सिरà¥à¤« 15 संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महतà¥à¤µ का दरà¥à¤œà¤¾ पूरà¥à¤µ में मिला था। इनमें à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² के अलावा सूरत,à¤à¤¾à¤—लपà¥à¤°, अगरतला और रायचूर पांच à¤à¤¸à¥‡ आईआईआईटी शामिल है, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह दरà¥à¤œà¤¾ नहीं मिला है। अब संसद में यह बिल पास होते ही इन संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को अंतिम रूप से राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महतà¥à¤µ का दरà¥à¤œà¤¾ मिल जाà¤à¤—ा।
आईआईआईटी à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² को राजà¥à¤¯ शासन ने जमीन आवंटित कर दी है। हालांकि यह संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अà¤à¥€ à¤à¥€ इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤² पारà¥à¤Ÿà¤¨à¤°à¤¶à¤¿à¤ª के लिठà¤à¤¸à¥€ इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ की खोज कर रहा है जो इसके उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पूरà¥à¤¤à¤¿ कर सके। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में इसके करीब 350 छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं की ककà¥à¤·à¤¾à¤à¤‚ मैनिट परिसर में संचालित हो रही हैं।