ऑसà¥à¤•à¤° से बाहर हà¥à¤ˆ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ फिलà¥à¤® ‘विसरनई’
किसी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ फिलà¥à¤® का ऑसà¥à¤•à¤° पाने का सपना इस साल फिर टूट गया है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की तरफ से सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ विदेशी à¤à¤¾à¤·à¤¾ की फिलà¥à¤® के वरà¥à¤— में ऑसà¥à¤•à¤° की दौड़ में à¤à¥‡à¤œà¥€ गई तमिल फिलà¥à¤® ‘विसरनई’ आज पहले ही राउंड में बाहर हो गई।
ऑसà¥à¤•à¤° को दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा वाला फिलà¥à¤® पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° माना जाता है जो यूं तो अमेरिकी फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ के लिठहोता है, लेकिन इसमें à¤à¤• वरà¥à¤— विदेशी फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ के लिठà¤à¥€ रखा जाता है। इस वरà¥à¤— के लिठविà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ देश हर साल अपनी à¤à¤•-à¤à¤• फिलà¥à¤® à¤à¥‡à¤œà¤¤à¥‡ हैं। इस साल 89वें ऑसà¥à¤•à¤° पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ की तरफ से वेटà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤°à¤¨ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤¤ तमिल फिलà¥à¤® ‘विसरनई’ को à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया था।
कà¥à¤² 85 देशों से आईं फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ को ऑसà¥à¤•à¤° अकादमी के सैंकड़ों सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ने देख कर पहले राउंड में 9 फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ को चà¥à¤¨à¤¾ है। इनमें ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾, कनाडा, जरà¥à¤®à¤¨à¥€, डेनमारà¥à¤•, ईरान, नॉरà¥à¤µà¥‡, रूस, सà¥à¤µà¥€à¤¡à¤¨ और सà¥à¤µà¤¿à¤Ÿà¥à¤œà¤°à¤²à¥ˆà¤‚ड की फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ शामिल हैं। अब इनमें से 5 फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ का नामांकन फाइनल राउंड के लिठहोगा जिसकी घोषणा 24 जनवरी को की जाà¤à¤—ी।
उनमें से किसी à¤à¤• फिलà¥à¤® को 26 फरवरी को ऑसà¥à¤•à¤° की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित मूरत मिलेगी। गौरतलब है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ 1957 से इस वरà¥à¤— के लिठअपनी फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚ à¤à¥‡à¤œ रहा है और सिरà¥à¤« तीन बार ही कोई à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ फिलà¥à¤® आखिरी राउंड तक पहà¥à¤‚च पाई और ये फिलà¥à¤®à¥‡à¤‚-‘मदर इंडिया’ (1957), ‘सलाम बांबे’ (1988), ‘लगान’ (2001) à¤à¥€ ऑसà¥à¤•à¤° न पा सकीं।