मेले के पद की आस में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾à¤ˆ......
मेला अब शà¥à¤°à¥‚ होने जा रहा है। मेले में पशॠमेले का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहोने वाला है और अà¤à¥€ तक तीन वरà¥à¤· पूरे हो चà¥à¤•à¥‡ हैं और अà¤à¥€ तक सिरà¥à¤« पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के अधिकारी ही मेले पर काबिज हैें । à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के कई नेता छà¥à¤Ÿà¤à¥ˆà¤¯à¥à¤¯à¥‡ नेता अà¤à¥€ दीपावली के बाद से अपने आकाओं के यहां परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ कर मेले में ही पद दिलाने की गà¥à¤¹à¤¾à¤° कर चà¥à¤•à¥‡ हैं लेकिन मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ हैं कि पसीजते ही नहीं और मेला इस बार à¤à¥€ बिना अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· के ही चलेगा। मेले में इस बार संà¤à¤¾à¤—ायà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¸à¤à¤¨ रूपला कà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤² खिलाà¤à¤‚गे इसका पता तो अंत में ही चलेगा। लेकिन सैलानियों का मानना है कि मेले की साख जरूर गिरी है। अब देखना होगा कि इस बार à¤à¥€ मेले में पहà¥à¤‚चने वाले दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¦à¤¾à¤° कà¥à¤› कमा पाà¤à¤‚गे या फिर मेले में नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ उठाà¤à¤‚गे इसका इंतजार रहेगा । वहीं à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾à¤ˆ à¤à¥€ आसमान को ही निहाररहे हैं कि कब उनके नाम का पतà¥à¤° राजà¥à¤¯ शासन से गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° पहà¥à¤‚चेंगा।