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आइएएस शैलबाला मार्टिन ने लिखा..

भोपाल । सामान्य प्रशासन विभाग की अतिरिक्त सचिव शैलबाला मार्टिन ने ईसाई समाज में धर्म के नाम पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इंटरनेट मीडिया (फेसबुक) पर उन्होंने लिखा है कि मसीही समाज के उच्च पदासीन धर्मगुरु व्यापारियों की तरह हो गए हैं, परमेश्वर के मंदिर को व्यापार कर उसे डाकुओं की खोह बना दिया है। चर्चों में खरीद-फरोख्त, षड़यंत्र, राजनीति हावी है। समाज की संस्थाएं घिनौने षड़्यंत्रों से गुलजार हो रही हैं। सफेद चोगा पहनकर जमीनों की खरीद-फरोख्त कर रहे ये 'धर्माध्यक्ष' वास्तव में धर्म को लज्जित कर रहे हैं। मार्टिन ने समाज से अपील की है कि जागो और धर्म के नाम पर धंधा करने वालों को पहचानो, वर्ना ये लोग समाज और समाज की संपत्तियों को घुन की तरह चाट जाएंगे।

मार्टिन ने नागपुर में बर्खास्त बिशप पीसी सिंह के आवास और कार्यालयों में ईडी की कार्रवाई और इसके पहले आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा छापेमारी को लेकर यह सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि इससे समाज का सिर शर्म से झुक गया है। यीशु के नाम पर कुछ लोग अपनी दुकानें चला रहे हैं। चंद रंगे सियार ही शिकंजे में आए हैं, कई खुले घूम रहे हैं। वे कहती हैं कि व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए समाज के ढांचे को धराशायी किया जा रहा है। इन संस्थाओं (अस्पताल, शिक्षण संस्थाओं, अनाथालयों, वृद्धाश्रमों, कुष्ठालयों) के पास जो संपत्ति है, वह अंग्रेज दे गए थे। समाज का मठाधीश या मालिक मानने वाले उच्च पदों पर आसीन समाज के धर्माधिकारी जनसेवा के लिए दी इस संपत्ति की बंदरबांट कर पैसा बनाकर विलासितापूर्ण जीवन जी रहे हैं। यह लोग संस्थाओं के सुचारू संचालन या मरम्मत के नाम पर तीसरे पक्ष से अनुबंध कर एकमुश्त या नियमित रूप से राशि ले लेते हैं। मामले न्यायालय में पहुंचते हैं तो वहां सुनवाई पर नहीं जाते। राजधानी भोपाल से लगे एक ज़िले में मिशन कंपाउंड की जमीन का केयर टेकर भू-माफिया को बना दिया, विवाद बढ़ा तो अधिकार पत्र रद किया। भोपाल धर्मप्रांत के आर्च बिशप एएएस दुर्रईराज से बात करने की कोशिश की, पर भोपाल आर्च डायसिस के प्रवक्ता फादर मारिया स्टीफन ने आगे बात नहीं कराई। मार्टिन ने कहा कि मुस्लिम समाज में संपत्तियों के प्रबंधन एवं नियंत्रण के लिए वक्फ बोर्ड है, उसी तरह ईसाई समाज की संपत्तियों का सर्वे कर उनके प्रबंधन के लिए सरकार को समिति या बोर्ड गठित करने पर विचार करना चाहिए।

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