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 देवास अनूठी नगरी है, ऐसी जहां देवों का वास है, जहां मां चामुंडा और तुलजा भवानी का मंदिर है। एक लोक मान्यता यह भी है कि यहां एक साथ होलकर राजवंश और पवार राजवंश का शासन हुआ करता था। बड़ी देवी मां तुलजा भवानी होलकर वंश की कुलदेवी हैं और छोटी मां चामुंडा देवी पवार वंश की कुलदेवी हैं। इस कारण यहां पर दोनों देवियां वास करती हैं। आज भले ही राजवंशों का शासन न रहा हो पर देवास की सियासत पर पवार राजवंश ही राज करता है। यहां की राजनीति महल के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है।

देवास के लोगों का तो यहां तक कहना है कि यहां कांग्रेस का उम्मीदवार भी महल से ही तय होता है। यही वजह है कि कांग्रेस इस सीट को बीते तीन दशक में कभी जीत नहीं पाई। देवास की आधुनिक पहचान कभी उद्योगों के लिए थी, वहां कई उद्योग बंद पड़े हुए हैं। इस वजह से रोजगार के साधन नगण्य हो गए हैं। रोजगार की तलाश में कई युवा इंदौर पलायन कर रहे हैं। एसोसिएशन आफ इंडस्ट्री देवास के अध्यक्ष अशोक खंडेलिया कहते हैं कि जो लोग यह कहते हैं कि देवास में उद्योग बंद हो रहे हैं, वे एक भी बंद कंपनी का नाम बता दें।

- 163 करोड़ रुपये की लागत से तीन चरणों में शहर में पानी लाने की योजना का कार्य।

- 40 करोड़ रुपये की लागत से साइंस कालेज, ला कालेज, नगर निगम, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, आरटीओ सहित कई भवनों का निर्माण।

- 31 करोड़ रुपये की लागत से शहर में कई सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण कराया गया।

  • दो ब्रिज निर्माण व एक फ्लाईओवर का निर्माण किया गया हैं। पहली बार अलग-अलग स्पोर्ट्स पार्क का निर्माण किया गया है।
  • विधायक का दावा

    विपक्ष का प्रतिकार

    शहर में कोई बड़ा काम विधायक ने नहीं कराया है। उन्होंने हर अच्छे काम में अड़ंगा ही लगाया है। इनके संरक्षण में शहर में गुंडा तत्व पनप रहे हैं। व्यापारी वर्ग चंदाखोरी से परेशान है। मैंने महापौर रहते हुए कई काम कराए थे। - ठा. जयसिंह, वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व महापौर

    पिछले साढ़े चार वर्षों में अब तक के सबसे अधिक विकास कार्यों का रिकार्ड बना है। हमने जनता से जो वादे किए थे, वे सभी पूरे किए है। पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सभी क्षेत्रों में हमने खूब काम किए हैं। 105 सड़कें हमें कायाकल्प योजना के तहत मिली हैं। हमने कई नए भवन और पुल बनवाए हैं। - गायत्री राजे पवार, विधायक (भाजपा)

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