रिलायंस जियो ने टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ को बताया, आखिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ रदà¥à¤¦ नहीं होना चाहिठ‘हैपी नà¥à¤¯à¥‚ ईयर’ ऑफर
मà¥à¤•à¥‡à¤¶ अंबानी की अगà¥à¤µà¤¾à¤ˆ वाली कंपनी रिलायंस जियो ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दूरसंचार नियामक पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ (टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ) से कहा है कि उसका ताजा वायॅस और डाटा पेशकश मौजूदा नियमनों का उलà¥à¤²à¤‚घन नहीं करती हैं। इन नियमनों के तहत पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के लिठकिसी तरह की पेशकश की अवधि 90 दिन की अवधि के लिठहो सकती है।
टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ ने कंपनी से अपनी मà¥à¤«à¥à¤¤ कॉल और डाटा पेशकश को बढ़ाकर 31 मारà¥à¤š, 2017 तक करने के लिठसà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ मांगा था। पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के लिठपेशकश की 90 दिन की अवधि 4 दिसंबर को समापà¥à¤¤ हो गई है। जियो ने टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ को अपनी ‘हैपी नà¥à¤¯à¥‚ ईयर’ पेशकश के बारे में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से नोट à¤à¥‡à¤œà¤¾ है। इसमें बताया गया है कि उसकी यह पेशकश शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ पेशकश से कैसे à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ है और यह बाजार बिगाड़ने वाली नहीं है।
टà¥à¤°à¤¾à¤ˆ ने 20 दिसंबर को जियो को पतà¥à¤° à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° पूछा था कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न उसकी ‘हैपी नà¥à¤¯à¥‚ ईयर’ पेशकश को नियामकीय दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ का उलà¥à¤²à¤‚घन माना जाà¤à¥¤