Homeराज्यो से ,
10 मिनट में धधकी आग, दो किमी दूर से दिखी 30 फीट ऊंची लपटें,56 गाड़ी पानी फेंका गया

 ग्वालियर. संगम वाटिका और रंगमहल गार्डन में लगी आग इतनी प्रचंड थी कि धुएं का गुबार और धधक रही आग की 20 से 30 फीट ऊंची लपटें करीब दो किलोमीटर दूर से ही नजर आ रही थीं। संगम वाटिका से शुरू हुई आग ने चंद मिनटों में रंगमहल गार्डन को चपेट में ले लिया। फिर अंदर लगे एसी के कंप्रेशर और गैस सिलेंडर एक-एक कर ब्लास्ट होने लगे। सिलेंडर फटते ही तेज धमाके के साथ आग की लपटें और चिंगारियां गार्डन के बाहर सड़क और एजी पुल तक आकर गिरीं। यहां जैसे ही चिंगारियां गिरना शुरू हुई तो तमाशबीन लोगों में अफरा-तफरी मच गई। एक पल को तो यह लगा कि इतनी प्रचंड आग को काबू पाना मुश्किल है, लेकिन करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद कुछ हिस्सों में आग पर काबू पाया जा सका। गार्डन के पीछे रहवासी इलाके में रहने वाले लोग और यहां संचालित अस्पताल में मौजूद लोग बुरी तरह घबरा गए, क्योंकि आग पीछे तक फैल चुकी थी। जब चारों तरफ से पानी फेंका गया, तब जाकर भयावह आग को गार्डन के बाहर फैलने से रोका जा सका।

नगर निगम के उपायुक्त अतिबल सिंह यादव ने बताया कि संगम वाटिका के वाल रूम का एसी ब्लास्ट हुआ था। एसी किचन की तरफ लगा था। इससे किचन में आग लगी, फिर अंदर हाल में धुआं भरने लगा। एसी ब्लास्ट होने से चिंगारियां अन्य जगह फैली। पूरी सजावट लकड़ी, थर्माकाल, कपड़ा और फेविकाल के जरिये होती है। जिसने तुरंत आग पकड़ ली।

गार्डन का संचालक मुरार के रहने वाले नरेश अग्रवाल और उनका बेटा श्रेय अग्रवाल करते हैं। जैसे ही आग लगने की खबर मिली तो पूरा परिवार ही यहां पहुंच गया। श्रेय की पत्नी राखी बुरी तरह घबरा गई। नरेश बेसुध हो गए। नरेश को उनके साथी कारोबारियों ने संभाला। नरेश का कहना था- उनका तो सबकुछ बर्बाद हो गया। दोनों गार्डनों में आग लगने से करीब 20 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया। श्रेय की पत्नी राखी की आंखों से आंसू आ गए। वह बोल रही थीं- छोटी सी आग लगी थी। तुरंत स्टाफ ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी थी, लेकिन फायर ब्रिगेड 30 मिनट तक नहीं आई।

 

Share This News :