RBI की मौदà¥à¤°à¤¿à¤• समीकà¥à¤·à¤¾ बैठक शà¥à¤°à¥‚, नीतिगत बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दरों में कटौती संà¤à¤µ
नई दिलà¥à¤²à¥€à¥¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रिजरà¥à¤µ बैंक (आरबीआई) की मौदà¥à¤°à¤¿à¤• समीकà¥à¤·à¤¾ की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को शà¥à¤°à¥‚ हो गई है। आम बजट पेश होने के ठीक à¤à¤• हफà¥à¤¤à¥‡ बाद हो रही इस बैठक में नीतिगत बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दरों में कटौती का फैसला लिया जा सकता है। माना जा रहा है कि आरबीआई रेपो रेट के चौथाई फीसद कम कर सकता है। मौजूदा समय में रेपो रेट 6.25 फीसद और सीआरआर (कैश रिजरà¥à¤µ रेशियो) 4 फीसद है।
वैशà¥à¤µà¤¿à¤• वितà¥à¤¤à¥€à¤¯ सेवा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¤à¤¾ कंपनी नोमà¥à¤°à¤¾ की à¤à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ में अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाया गया है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रिजरà¥à¤µ बैंक नीतिगत बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दरों में चौथाई फीसद (0.25 फीसद) की कटौती कर सकता है। उसके बाद केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ बैंक दिसंबर तक नीतिगत दरों का यही सà¥à¤¤à¤° बरकरार रख सकता है। नोमà¥à¤°à¤¾ का यह à¤à¥€ मानना है कि तेल की ऊंची कीमतें और विदेशों में बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दरों को ऊंचा किठजाने के रूà¤à¤¾à¤¨ के वैशà¥à¤µà¤¿à¤• कारकों को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ आरबीआई के लिठयह फैसला आसान नहीं रहेगा।
कटौती इसलिठसंà¤à¤µ
नोमà¥à¤°à¤¾ की यह रिपोरà¥à¤Ÿ बताती है कि केंदà¥à¤° सरकार राजकोषीय की राह पर मजबूती से बनी हà¥à¤ˆ है और उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ मूलà¥à¤¯ सूचकांक आधारित मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¸à¥à¤«à¥€à¤¤à¤¿ मारà¥à¤š 2017 के लिठपांच फीसद के लकà¥à¤·à¥à¤¯ से कम रहने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। इसीलिठयह अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है कि रेपो दर 0.25 फीसद की कटौती के साथ 6.0 फीसद की जा सकती है।
आरबीआई के लिठफैसला लेना आसान à¤à¥€ नहीं
वहीं दूसरी तरफ इस रिपोरà¥à¤Ÿ में यह à¤à¥€ कहा गया है कि तेल की ऊंची कीमतें, विदेशों में बà¥à¤¯à¤¾à¤œ दर के सà¥à¤¤à¤° के साथ अंतर कम होने जैसे वैशà¥à¤µà¤¿à¤• कारक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥‚ल हो रहे हैं, à¤à¤¸à¥‡ में नीतिगत दरों में कटौती का फैसला आसान नहीं होगा।