कà¥à¤¸à¥à¤® और कà¥à¤®à¤•à¥à¤® फेम TV à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤° अनà¥à¤œ सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ का सरेंडर
टीवी à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤° अनà¥à¤œ सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के à¤à¤• मामले में दिलà¥à¤²à¥€ की à¤à¤• अदालत में सरेंडर कर दिया है. इस मामले के सह-आरोपी और सीनियर बà¥à¤¯à¥‚रोकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¥à¤¸ बी के बंसल, उनकी पतà¥à¤¨à¥€ और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ ने पिछले साल आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ कर ली थी.
दरअसल दिलà¥à¤²à¥€ हाईकोरà¥à¤Ÿ ने सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ को 17 फरवरी तक आतà¥à¤®à¤¸à¤®à¤°à¥à¤ªà¤£ करने के लिठकहा था, जिसके बाद गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को वे विशेष नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ गà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª सिंह के समकà¥à¤· उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤.
17 फरवरी तक सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ को मिली थी मोहलत
बता दें, इस महीने की 13 तारीख को हाई कोरà¥à¤Ÿ ने कहा था कि वह राहत देने के पकà¥à¤· में नहीं है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आरोपी ही 'अंतिम लाà¤à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€' पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता है. इसके बाद सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ के वकील ने उनकी अगà¥à¤°à¤¿à¤® जमानत की याचिका वापस लेने का फैसला किया, जिसके बाद नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ ने यह निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिया था.
सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ पर à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° का गंà¤à¥€à¤° आरोप
सीबीआई ने आरोप लगाया था कि सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने अपनी कंपनी से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ फायदों के लिठबंसल को रिशà¥à¤µà¤¤ देने में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤ˆ थी. बंसल ने 26-27 सितंबर, 2016 की दरमà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥€ रात को अपने बेटे के साथ कथित तौर पर फांसी लगाकर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ कर ली थी. वह तब जमानत पर जेल से बाहर थे, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने कथित सà¥à¤¸à¤¾à¤‡à¤¡ नोट में सीबीआई दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 'परेशान' किठजाने का दावा किया था.
इसी मामले में बंसल परिवार ने की खà¥à¤¦à¤•à¥à¤¶à¥€
गौरतलब है कि बंसल को à¤à¤• फॉरà¥à¤®à¤¾ कंपनी से कथित तौर पर रिशà¥à¤µà¤¤ लेने के आरोपों में 16 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 2016 को गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° किया गया था. तीन दिन बाद उनकी पतà¥à¤¨à¥€ सतà¥à¤¯à¤¬à¤¾à¤²à¤¾ (58) बेटी नेहा (28) ने पूरà¥à¤µà¥€ दिलà¥à¤²à¥€ के मधॠविहार सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नीलकंठअपारà¥à¤Ÿà¤®à¥‡à¤‚ट के अपने आवास में कथित तौर पर पंखे से लटकर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ कर ली थी.
सीरियलà¥à¤¸ 'कà¥à¤¸à¥à¤®' और 'कà¥à¤®à¤•à¥à¤® ' में à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ वाले अनà¥à¤œ सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ ने राहत की मांग करते हà¥à¤ कहा था कि उनका इस मामले से सीधा कोई संबंध नहीं है.