मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने परोसा à¤à¥‹à¤œà¤¨
कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठमें मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ चौहान ने दीनदयाल रसोई का विधिवत शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठके उपरांत उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अनà¥à¤¯ अतिथिगणों के साथ रसोई घर की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं का जायजा लिया और वहाठपर à¤à¥‹à¤œà¤¨ कर रहे लोगों को अपने हाथों से à¤à¥‹à¤œà¤¨ परोसा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संचालकों से à¤à¥€ रसोई के संचालन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के बारे में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से चरà¥à¤šà¤¾ की।