पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ जेल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कैदियों पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° की खौफनाक कहानी!
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की जेल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ पर ज़à¥à¤²à¥à¤® का नया वाकया सामने आया है. कानपà¥à¤° के दो मछà¥à¤†à¤°à¥‹à¤‚ ने हैरान कर देने वाला खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया है. मछà¥à¤†à¤°à¥‹à¤‚ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की जेलों में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कैदियों के साथ अमानवीय बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ होता है. पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ जेलों में बंद à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ पर ज़à¥à¤²à¥à¤® की ये दासà¥à¤¤à¤¾à¤‚ आपका दिल दहला देगी.
खबरों के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• ये मछà¥à¤†à¤°à¥‡ मछली पकड़ते हà¥à¤ पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ के कबà¥à¤œà¤¼à¥‡ में आ गà¤. आप यह जानकर हैरान हो जाà¤à¤‚गे कि कराची जेल में सिरà¥à¤« सबà¥à¤œà¤¼à¥€ खाकर इन लोगों को 14 महीने गà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¨à¤¾ पड़ा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ जेल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कैदियों को केमिकल मिली रोटियां दी जाती हैं.
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ जेल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° की कहानी
कानपà¥à¤° में मोहमà¥à¤®à¤¦à¤ªà¥à¤° गांव के रहने वाले जयचंद और रवि शंकर की कहानी ने पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के अमानवीय और बरà¥à¤¬à¤° चेहरे को à¤à¤• बार फिर बेनकाब कर दिया है. आपको बता दें कि 15 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2015 को पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने 27 मछà¥à¤†à¤°à¥‹à¤‚ के साथ समंदर में गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° किया था. इनमें कानपà¥à¤° के जयचंद और रवि शंकर à¤à¥€ शामिल थें.
दरअसल दोनों गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में à¤à¤• कॉनà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤° के यहां मछली पकड़ने का काम करते थे, इसी दौरान à¤à¤• दिन पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾à¤¬à¤²à¥‹à¤‚ ने समंदर में ये कहकर पकड़ लिया कि वो पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ इलाके में आ गठहैं. 27 दूसरे मछà¥à¤†à¤°à¥‹à¤‚ के साथ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कराची जेल में डाल दिया गया. आप यह जानकर दंग रह जाà¤à¤‚गे कि कराची जेल में दोनों 14 महीने तक सिरà¥à¤« सबà¥à¤œà¥€ खाकर जिंदा रहे.
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को मिलती थी केमिकल वाली रोटी
14 महीनों तक सिरà¥à¤« सबà¥à¤œà¥€ खाकर जिंदा रहे मछà¥à¤†à¤°à¥‹à¤‚ ने बताया कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ जेल में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कैदियों को रोटी में पाउडर और केमिकल मिलाते थे. सà¥à¤ˆ चà¥à¤ जाती तो खून का à¤à¤• कतरा तक बाहर नहीं आता. आज à¤à¥€ वो दिन याद कर दोनों सिहर जाते हैं. पकड़े जाने के बाद इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जीने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ ही छोड़ दी थी, लेकिन छूट कर वापस वतन आने के लिठऊपर वाले का शà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ अदा करते हैं. 31 दिसंबर 2016 को दोनों को रिहा किया गया था.