अब जकरबरà¥à¤— ने Snapchat पर चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ लेते हà¥à¤ कहा- 'फेसबà¥à¤• सà¤à¥€ के लिठहै'
सà¥à¤¨à¥ˆà¤ªà¤šà¥ˆà¤Ÿ के बॉस की गरीब देशों वाले बयान पर अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤•à¥à¤· रूप से चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ लेते हà¥à¤ फेसबà¥à¤• के सीईओ मारà¥à¤• जकरबरà¥à¤— ने कहा है कि फेसबà¥à¤• केवल बड़े यूजरà¥à¤¸ के लिठकाम नहीं करता है बलà¥à¤•à¤¿ ये सà¤à¥€ समाज के सà¤à¥€ लोगों के लिठहै.
जकरबरà¥à¤— ने कल कैलीफोरà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में सान जोस के McEnery कनà¥à¤µà¥‡à¤‚शन सेंटर में वारà¥à¤·à¤¿à¤• फेसबà¥à¤• डेवेलपर समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ F8 के मौके पर टेककà¥à¤°à¤‚च से कहा, मैं à¤à¤• बात समà¤à¤¤à¤¾ हूं कि जितना हम जिस चीज के बारे में सोचते हैं उतना बाकी लोग संà¤à¤µà¤¤: नहीं सोचते हैं और वो विषय ये है कि न केवल बड़े यूडरà¥à¤¸ बलà¥à¤•à¤¿ समाज में सà¤à¥€ की सेवा के लिठनये इनोवेशन किठजाते हैं.
जब उनसे फेसबà¥à¤• के कम इनोवेटिव होने के के बारे में पूछा गया तो जकरबरà¥à¤— ने कहा, मैं समà¤à¤¤à¤¾ हूं कि मैं उस चीज के बारे में उतना फिकà¥à¤°à¤®à¤‚द नहीं हूं. मेरा मतलब है कि मैं à¤à¤¸à¤¾ महसूस करता हूं कि हम अलग अलग à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में काम करते हैं.
टेक कà¥à¤°à¤‚च की खबर के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जà¥à¤•à¤°à¤¬à¤°à¥à¤— (32) ने कहा कि हमारा धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ फेसबà¥à¤• लाइट जैसी चीजों पर रहता है. ये हर साल करीब 20 करोड़ लोगों तक जाता है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा, मैं उन चीजों के बारे में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° सोचता हूं जो हमारा समाज चाहता है.
हालांकि सà¥à¤¨à¥ˆà¤ªà¤šà¥ˆà¤Ÿ के पूरà¥à¤µ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ à¤à¤‚थनी पोंपलियानो के उस आरोप से इनकार कर रही है, जिसने आरोप लगाया कि सà¥à¤¨à¥ˆà¤ªà¤šà¥ˆà¤Ÿ और उसके सीईओ सà¥à¤ªà¥€à¤—ल बस अमीर लोगों के लिठहैं और वो à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤ªà¥‡à¤¨ जैसे गरीब देशों में विसà¥à¤¤à¤¾à¤° नहीं करना चाहते हैं.