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पत्रकार को जेल भेजने वाला एडीएम निलंबित

ग्वालियर/श्योपुर। श्योपुर के वरिष्ठ पत्रकार को खबर छापने पर पिटाई करने और जेल भेजने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सराहनीय पहल की। उन्होंने न केवल एडीएम वीरेन्द्र सिंह को शंट किया। बल्कि उन्हें निलंबित कर ग्वालियर संभाग मुख्यालय अटैच कर दिया है। इस सारे मामले में मध्यप्रदेश के जनसंपर्क, जलसंसाधन और संसदीय कार्य मंत्री  à¤¡à¥‰. नरोत्तम मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही। उन्होंने न केवल पत्रकारों के मन की पीड़ा को समझा, बल्कि एडीएम को निलंबित करने की कार्रवाई भी कराई। इस सारे मामले में मध्यप्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पूरे प्रदेश में आज इस मामले को उठाया था और प्रदेश भर में ज्ञापन सौंपे थे।
ज्ञांतव्य है कि श्योपुर में जमीन घोटाले की खबर छापने से बौखलाए एडीएम वीरेन्द्र सिंह ने दैनिक भास्कर के ब्यूरो प्रमुख दशरथ सिंह परिहार को अपने गनमैन व रीडर से बुलवाकर आफिस में पिटवाया और फर्जी मामले लादकर जेल भेज दिया। इस मामले को आज समूचे प्रदेशभर में मप्र श्रमजीवी पत्रकार संघ ने एक साथ उठाया था। प्रदेश अध्यक्ष शलभ भदौरिया, मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष शरद जोशी, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश शर्मा, मोहम्मद अली, प्रदेश उपाध्यक्ष विनय अग्रवाल व मुख्यालय महासचिव दिलीप सिंह भदौरिया के नेतृत्व में प्रदेशभर में एक साथ संभागीय, जिला, ब्लाक व तहसील मुख्यालयों पर ज्ञापन दिये गये थे। जिसके बाद जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों की ओर से पूरा मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के संज्ञान में लाया। जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल अपर कलेक्टर व एडीएम श्योपुर वीरेन्द्र सिंह को मप्र सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1961 के नियम 9(1)(क) के अंतर्गत निलंबित करने का निर्णय लिया। यह आदेश अपरान्ह सामान्य प्रशासन विभाग की उपसचिव कार्मिक श्रीवास्तव ने जारी किया है। निलंबन अवधि में वीरेन्द्र कुमार को मुख्यालय कार्यालय आयुक्त ग्वालियर संभाग पर अटैच किया गया है। 
वीरेन्द्र कुमार के निलंबन की जानकारी लगते ही प्रदेश भर के पत्रकारों में हर्ष की लहर है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व जनसंपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का आभार माना है। पत्रकारों का कहना है कि इस निर्णय से सच्चाई की जीत हुई हैं। 

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