छोटे सैटेलाइट छोड़ने में ISRO अवà¥à¤µà¤², फिर à¤à¥€ अंतरिकà¥à¤· बाजार में हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ कम
अंतरिकà¥à¤· का बाजार 26.29 लाख करोड़ रà¥à¤ªà¤ का है. वरà¥à¤· 2017 में सात देशों की अंतरिकà¥à¤· à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों ने अंतरिकà¥à¤· अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर करीब 6856 करोड़ रà¥. खरà¥à¤š किà¤. इस बाजार का सबसे बड़ा खिलाड़ी है अमेरिका. इस पूरी राशि में से 57 फीसदी तो सिरà¥à¤« अमेरिका ने ही खरà¥à¤š किठहैं. वहीं, पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में सैटैलाइट की लॉनà¥à¤šà¤¿à¤‚ग को लेकर 7 फीसदी का इजाफा हà¥à¤† है. फà¥à¤°à¥‰à¤¸à¥à¤Ÿ à¤à¤‚ज सलिवन की पिछले साल आई रिपोरà¥à¤Ÿ को माने तो 2018 से 2030 तक पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में करीब 8 से 10 हजार छोटे सैटेलाइट अंतरिकà¥à¤· में छोड़े जाà¤à¤‚गे.
इस बाजार में करीब 10 से 20 फीसदी का हिसà¥à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ का होगा. हर साल करीब 280 से 560 छोटे वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• सैटेलाइट छोड़े जाà¤à¤‚गे. इनमें 1 से 15 किलो के उपगà¥à¤°à¤¹ 68 फीसदी होंगे. 16 से 57 किलो तक के सैटेलाइट 25 फीसदी और 76 से 150 किलो तक के सैटेलाइट 6 फीसदी होंगे. 150 से 500 किलो के सैटेलाइट कम होंगे लेकिन इनका à¤à¥€ बाजार बढ़ेगा. à¤à¤¾à¤°à¤¤ छोटे सैटेलाइट छोड़ने के मामले में अà¤à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का अगà¥à¤°à¤£à¥€ देश है. इसके ससà¥à¤¤à¥‡ मिशन की वजह से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° के 32 देशों ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ से अब तक 269 सैटेलाइट लॉनà¥à¤š करवाठहैं
हर साल बढ़ रहा है ISRO का बजट
साल बजट
2019-20 10,252 करोड़ रà¥.
2018-19 9918 करोड़ रà¥.
2017-18 9094 करोड़ रà¥.
2016-17 8045 करोड़ रà¥.
अंतरिकà¥à¤· अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में अà¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ सिरà¥à¤« 0.5% की है
सैटेलाइट इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• अà¤à¥€ अमेरिका बड़े मिशन कर रहा है. लेकिन à¤à¤¾à¤°à¤¤ के बढ़ते बाजार को देखते हà¥à¤ वह आने वाले समय में ससà¥à¤¤à¥‡ लॉनà¥à¤šà¤¿à¤‚ग की तरफ बढ़ेगा. अंतरिकà¥à¤· बाजार में अà¤à¥€ अमेरिका, यूरोप और रà¥à¤¸ मिलाकर 75 फीसदी की हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ रखते हैं. चीन का बाजार 3 फीसदी का है. जबकि, à¤à¤¾à¤°à¤¤ का सिरà¥à¤« 0.5 फीसदी हिसà¥à¤¸à¤¾ है.
à¤à¤¾à¤°à¤¤ की मांग कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बढ़ रही है?
पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में इस समय संचार कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति चल रही है. à¤à¤•à¤¦à¥‚सरे से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡ रहने के लिठसंचार उपगà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ की जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ जरूरत है. 2017 में इसरो ने à¤à¤•à¤¸à¤¾à¤¥ 104 सैटेलाइट छोड़कर पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को हैरान कर दिया. साथ ही, अंतरिकà¥à¤· बाजार का बड़ा खिलाड़ी बनकर सामने आया. अà¤à¥€ संचार उपगà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ का बाजार ही 8.22 लाख करोड़ का है.
सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ की अंतरिकà¥à¤· में बलà¥à¤•à¤¿ पृथà¥à¤µà¥€ की निगरानी की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ बढ़ेगी. इस सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• कई तरह के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर पाà¤à¤‚गे. सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ में लगे कैमरे से à¤à¤¾à¤°à¤¤ अचà¥à¤›à¥€ गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ वाली तसà¥à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ ले पाà¤à¤—ा. à¤à¤¾à¤°à¤¤ जो देखना चाहेगा, उसे आसानी से देख सकेगा. सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ अपने दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ पर आसानी से नजर रख सकेगा. इससे अंतरिकà¥à¤· में बार-बार निगरानी उपगà¥à¤°à¤¹ à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे खरà¥à¤š में à¤à¥€ कमी आà¤à¤—ी. सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ को बनाने से 15 हजार लोगों को रोजगार à¤à¥€ मिलेगा.