सबरीमाला मंदिर का पट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ से पहले पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने 10 महिलाओं को वापस लौटाया
केरल में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सबरीमाला मंदिर का पट आज शाम पांच बजे खोल दिया जाà¤à¤—ा लेकिन उससे पहले पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने 10 महिलाओं को वापस लौटा दिया है जिनकी उमà¥à¤° 10 से 50 साल के बीच में थी। नà¥à¤¯à¥‚ज à¤à¤œà¥‡à¤‚सी à¤à¤à¤¨à¤†à¤ˆ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• ये सà¤à¥€ महिलाà¤à¤‚ मंदिर में पूजा करने के आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से आठथे। लेकिन मंदिर का पट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ से पहले ही पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने इन महिलाओं को वापस à¤à¥‡à¤œ दिया है।
मंदिर का पट लगà¤à¤— तीन महीने, 20 जनवरी तक खà¥à¤²à¤¾ रहेगा। मंदिर का पट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ से पहले कà¥à¤› महिला कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की ओर से मंदिर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने और पूजा करने की धमकी दी गई है। राजà¥à¤¯ सरकार ने कहा है कि उसने महिला शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ नहीं की है, लेकिन कई कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं ने मंदिर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने की अपनी योजना के बारे में बाताया है। हिं
दू संगठनों की शीरà¥à¤· संसà¥à¤¥à¤¾ सबरीमाला करà¥à¤® समिति ने कहा कि अगर वे मंदिर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने की कोशिश करती हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ रोक दिया जाà¤à¤—ा। à¤à¥‚माता बà¥à¤°à¤¿à¤—ेड के नेता तृपà¥à¤¤à¥€ देसाई और चेनà¥à¤¨à¤ˆ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ समूह मैनिटि संगम ने मंदिर में पूजा करने की अपनी योजना की घोषणा की है। उनके अलावा, 45 महिला शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं ने मंदिर के ऑनलाइन पोरà¥à¤Ÿà¤² पर दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठआवेदन किया है।
सबरीमाला मंदिर के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ और तंतà¥à¤°à¥€ महेश कंडाराऊ शाम 5 बजे मंदिर का दरवाजा खोलेंगे और तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दोपहर में मंदिर तक जाने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ होगी। वहीं पतनमथिटà¥à¤Ÿà¤¾ कलेकà¥à¤Ÿà¤° ने कहा कि हमने सà¤à¥€ इंतजान किठहैं। इस बार को निषेधातà¥à¤®à¤• आदेश नहीं हैं। लेकिन हम परेशानी पैदा करने वालों से मजबूती से निपटेंगे।
गौरतलब रहे कि मंदिर का पट खà¥à¤²à¤¨à¥‡ से दो दिन पहले यानि गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ ने गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को सबरीमाला मंदिर और अनà¥à¤¯ धारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर महिलाओं के पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ के मामले को सात सदसà¥à¤¯à¥€à¤¯ पीठके पास à¤à¥‡à¤œ दिया है। पांच सदसà¥à¤¯à¥€à¤¯ पीठने 3:2 के बहà¥à¤®à¤¤ में सबरीमाला मामला बड़ी पीठको à¤à¥‡à¤œà¤¾à¥¤ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ आर.à¤à¤«. नरीमन और डी.वाई. चंदà¥à¤°à¤šà¥‚ड़ ने असहमति जताई, वहीं मà¥à¤–à¥à¤¯ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤§à¥€à¤¶ रंजन गोगोई और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ इंदू मलà¥à¤¹à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤¾ और नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ à¤.à¤à¤®. खानविलकर मामले को बड़ी पीठके पास à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ के पकà¥à¤· में थे।
पिछले फैसले पर रोक नहीं
हालांकि 28 सितंबर 2018 को दिठगठनिरà¥à¤£à¤¯ पर कोई रोक नहीं लगी है, जिसमें 1० से 5० साल आयà¥à¤µà¤°à¥à¤— के बीच की महिलाओं के मंदिर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पर लगा पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚ध हटा दिया गया था। इस आदेश के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर बड़ी पीठका आदेश आने तक किसी à¤à¥€ आयà¥à¤µà¤°à¥à¤— की महिला मंदिर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर सकती है।