Homeराज्यो से ,slider news,
विधानसभा सत्र बुलाने का मतलब बहुमत साबित करने के बहाने बागियों को अयोग्य करबाना हे

पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत पार्टी के 19 विधायकों के बागी होने के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस बीच, विधानसभा सत्र बुलाकर सदन में अपना बहुमत साबित करने की अपनी जिद पर अड़े राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आवास पर आज दोपहर साढ़े 12 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस कैबिनेट बैठक के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्रा की तरफ से विधानसभा सत्र बुलाने पर उठाई गई आपत्तियों पर चर्चा की जाएगी।   जानकार बताते हैं की  बिधान सभा का सत्र बुलाने  का मतलब बहुमत साबित करने के बहाने बागियों को अयोग्य करबाना हे .बिधान सभा सत्र में विहिप जारी होगा और इसमें बागी बिधायक नहीं एते हैं तो उन्हें अयोग्य घोसित कर दिया जायगा .इसलिए गेहलोत बिधानसभा सत्र बुलाने पर अड़े हुए हैं .

एक दिन पहले शुक्रवार की देर रात गहलोत ने अपने आवास पर कैबिनेट बैठक की थी। यह बैठक देर रात साढ़े 9 बजे शुरू हुई जो करीब ढाई घंटे तक चली। इस बैठक के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र की तरफ से विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर उठाए गए छह बिंदुओं पर चर्चा की गई।

राज्यपाल को संशोधित प्रस्ताव भेजेगी गहलोत सरकार

विधानसभा सत्र बुलाने पर अड़े राजस्थान की गहलोत सरकार विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए एक संशोधित प्रस्ताव राज्यपाल कलराज मिश्र को भेजेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की शुक्रवार देर रात हुई बैठक में उन बिंदुओं पर विचार किया गया जो सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव पर राज्यपाल ने उठाए हैं।

Share This News :