राजनाथ सिंह का बड़ा बयान, 'सरकार किसान हित में संशोधन को तैयार'
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन अब à¤à¥€ जारी है। यह बात और है कि इस आंदोलन की आड़ में अब सिरà¥à¤« राजनीति हो रही है। 26 जनवरी की हिंसा के बाद बाकी किसान नेता पीछे हट गठहैं, सिरà¥à¤« राकेश टिकैत जमे है, जो à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के खिलाफ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के अलावा कà¥à¤› नहीं कर रहे हैं। इस बीच, रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ राजनाथ सिंह ने किसान आंदोलन को लेकर लखनऊ में बड़ा बान दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार किसानों के लिठही काम कर रही है। à¤à¤®à¤à¤¸à¤ªà¥€ को बंद करने का सवाल ही नहीं है। किसान हमारे परिवार का हिसà¥à¤¸à¤¾ हैं। लोग बैठें और बात करें, जहां à¤à¥€ बदलाव की जरूरत है, सरकार किसानों के हित में सबकà¥à¤› करेगी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने किसानों के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर राजनीति करने के लिठविपकà¥à¤· को à¤à¥€ आड़े हाथ लिया और कहा, विरोधी दल किसानों के कंधे पर रख बंदूक चला रहे हैं।
बता दें, किसान आंदोलन को 100 से अधिक दिन हो चà¥à¤•à¥‡ हैं। सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वारà¥à¤¤à¤¾ हो चà¥à¤•à¤¾ है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। कà¥à¤› किसान नेता अड़े हैं कि वे कृषि कानूनों की वापसी से कम में राजी नहीं होंगे। यही कारण है कि अब तक सरकार का कोई पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ कामयाब नहीं हो पाया है।लखनऊ इंदिरा गांधी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ान में आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में राजनाथ सिह ने कहा, वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का कद उसके पद के कारण नहीं, बलà¥à¤•à¤¿ उसके कृतितà¥à¤µ से बड़ा होता है। जनसंघ काल में तो कोई सोच नहीं सकता था कि हम सरकार बनाà¤à¤‚गे। आज चपà¥à¤ªà¤¾-चपà¥à¤ªà¤¾ à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾, का नारा चरितà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥ हà¥à¤†à¥¤ अधिकतर पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ टूटीं, लेकिन à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ में टूट नहीं हà¥à¤ˆà¥¤ राजनीति में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के संकट को à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने खतà¥à¤® किया है। हमने जो कहा था, वो कर दिखाया है। अब कॉमन सिविल कोड की बात होगी। जाति और मजहब पर नहीं, बलà¥à¤•à¤¿ इंसान, इंसाफ व इंसानियत को मूल में रखकर फैसले किठहैं। हर कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ को वोकल होकर विपकà¥à¤· के दà¥à¤·à¥à¤ªà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° का तारà¥à¤•à¤¿à¤• ढंग से जवाब देना होगा।