नकली रेमडेसिविर बेचने के गिरोह का खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ ,पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने आरोपी दबोचे
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने नकली रेमडेसिविर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ बेचने वाले रैकेट का खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया है। रैकेट का सदसà¥à¤¯ MR (मेडिकल रिपà¥à¤°à¤œà¥‡à¤‚टेटिव) निजी हॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² में à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ कोविड पेशेंड के à¤à¤¾à¤ˆ को 12-12 हजार रà¥à¤ªà¤ में दो इंजेकà¥à¤¶à¤¨ बेच à¤à¥€ चà¥à¤•à¤¾ था। जब इंजेकà¥à¤¶à¤¨ डॉकà¥à¤Ÿà¤° के पास पहà¥à¤‚चा तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उसे नकली कहकर वापस कर दिया। इसके बाद पेशेंट के à¤à¤¾à¤ˆ ने दलाल MR को कहा कि इंजेकà¥à¤¶à¤¨ की जरूरत नहीं है वापस ले जाà¤à¥¤ साथ ही पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को सूचना दे दी।
शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° दोपहर जैसे ही à¤à¤œà¥‡à¤‚ट इंजेकà¥à¤¶à¤¨ वापस लेने आया आरोपी को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने हिरासत में ले लिया। घटना बहोड़ापà¥à¤° चौराहा की है। जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने अà¤à¥€ तक 5 इंजेकà¥à¤¶à¤¨ बेचना कà¥à¤¬à¥‚ल किया है। इनमें से 3 इंजेकà¥à¤¶à¤¨ तो सागर के à¤à¤• मरीज को लग à¤à¥€ चà¥à¤•à¥‡ हैं। इस आपदा के दौर में à¤à¥€ धोखेबाज लोगों की जान से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बहोड़ापà¥à¤° सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सकà¥à¤¸à¥ˆà¤¨à¤¾ हॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² को कोविड सेंटर बनाया गया है। यहां à¤à¤• कोविड पेशेंट à¤à¤°à¥à¤¤à¥€ है। कोविड पेशेंट के à¤à¤¾à¤ˆ मनीष शरà¥à¤®à¤¾ को डॉकà¥à¤Ÿà¤° ने रेमडेसिविर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ का इंतजाम करने के लिठकहा था। पर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ की इतनी किलà¥à¤²à¤¤ है कि वह आसानी से उपलबà¥à¤§ नहीं हो पा रहे हैं। इंजेकà¥à¤¶à¤¨ के लिठपूरà¥à¤µ विधायक, विधायक व मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के फोन लगवाने पड़ रहे हैं। इसी समय मनीष शरà¥à¤®à¤¾ के संपरà¥à¤• में MR आशीष शरà¥à¤®à¤¾ आया उसने इंजेकà¥à¤¶à¤¨ उपलबà¥à¤§ होने की बात कही। à¤à¤• इंजेकà¥à¤¶à¤¨ 12 हजार रà¥à¤ªà¤ में देना तय हà¥à¤†à¥¤ मनीष ने 24 हजार रà¥à¤ªà¤ देकर दो रेमडेसिविर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ खरीद लिà¤à¥¤ इंजेकà¥à¤¶à¤¨ देने शà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥à¤° निवासी छोटू पà¥à¤¤à¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ सिंह परिहार आया था। जब कोविड पेशेंट का à¤à¤¾à¤ˆ यह इंजेकà¥à¤¶à¤¨ लेकर डॉकà¥à¤Ÿà¤° के पास पहà¥à¤‚चा तो डॉकà¥à¤Ÿà¤° ने इंजेकà¥à¤¶à¤¨ को काफी देर तक देखने के बाद नकली होने की बात कही। साथ ही नकली इंजेकà¥à¤¶à¤¨ से मरीज की जान को खतरा बताया।
वापस लेने आया इंजेकà¥à¤¶à¤¨, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने पकड़ा
डॉकà¥à¤Ÿà¤° से इंजेकà¥à¤¶à¤¨ नकली होने का पता लगा तो पेशेंट के à¤à¤¾à¤ˆ ने दलाल को कॉल कर कहा कि उनको इंजेकà¥à¤¶à¤¨ की अà¤à¥€ जरूरत नहीं है। वह इंजेकà¥à¤¶à¤¨ वापस कर लें। इस पर छोटू परिहार शà¥à¤•à¥à¤°à¤µà¤¾à¤° दोपहर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ वापस लेने आया था। इधर कोविड पेशेंट के à¤à¤¾à¤ˆ ने पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को पहले ही पूरे मामले की सूचना दे दी थी। जैसे ही छोटू इंजेकà¥à¤¶à¤¨ लेने पहà¥à¤‚चा बहोड़ापà¥à¤° थाना पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने उसे गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° कर लिया।
मौके को à¤à¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ मारà¥à¤•à¥‡à¤Ÿ में चला रहे नकली रेमडेसिविर
नकली इंजेकà¥à¤¶à¤¨ के साथ पकड़ा गया यà¥à¤µà¤• छोटू पà¥à¤¤à¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ परिहार निवासी साहसपà¥à¤°à¤¾ विजयपà¥à¤° शà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥à¤° है। यह इंदौर की à¤à¤• मेडिसिन कंपनी में बतौर MR पदसà¥à¤¥ है। मेडिसिन कंपनी की à¤à¤œà¥‡à¤‚सी गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में है। पà¥à¤²à¤¿à¤¸ पूछताछ में छोटू ने यह कà¥à¤¬à¥‚ल किया है कि यह इंजेकà¥à¤¶à¤¨ उसने वीरेनà¥à¤¦à¥à¤° धाकड़ से 5 हजार रà¥à¤ªà¤ में खरीदा था। वीरेनà¥à¤¦à¥à¤° à¤à¥€ MR है। उसने यह à¤à¤• निजी असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² के करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ दिलीप धाकड़ से 4000 हजार रà¥à¤ªà¤ में लिया था। इंजेकà¥à¤¶à¤¨ किसे देना है और कहां देना है यह पूरी डील इस गिरोह का मासà¥à¤Ÿà¤° माइंड आशीष शरà¥à¤®à¤¾ करता था। इंजेकà¥à¤¶à¤¨ के लिठकसà¥à¤Ÿà¤®à¤° तलाशने का काम à¤à¥€ उसी का था। यह सà¤à¥€ मौके को à¤à¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡ का काम कर रहे हैं।
3 इंजेकà¥à¤¶à¤¨ लग चà¥à¤•à¥‡ हैं उस मरीज का कà¥à¤¯à¤¾
इस गिरोह ने अà¤à¥€ तक 5 इंजेकà¥à¤¶à¤¨ बेचे थे। इनमें से 2 वापस आ गà¤, लेकिन 3 नकली रेमडेसिविर इंजेकà¥à¤¶à¤¨ सागर के à¤à¤• मरीज को लग चà¥à¤•à¥‡ हैं। अà¤à¥€ वो जिंदा है या नहीं। कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ है यह पता नहीं चल सका है। सीधे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहें तो यह लोगों की जान से खिलवाड़ है।