मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ चौहान ने सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ उदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में मौलसिरी का पौधा रोपा
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ शिवराज सिंह चौहान ने सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ उदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में मौलसिरी का पौधारोपण किया। मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ à¤à¤• पौधा लगाते हैं। मौलसिरी à¤à¤• सà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤šà¤¿à¤¤ वृकà¥à¤· है। इसे संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ में केसव, हिनà¥à¤¦à¥€ में मौलसिरी या बकà¥à¤² कहा जाता है। मौलसिरी à¤à¤• औषधीय वृकà¥à¤· है। इसका सदियों से आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में उपयोग होता आ रहा है। चितà¥à¤¤ को आनंद देने वाले मनोरम सà¥à¤‚गधित पà¥à¤·à¥à¤ªà¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ मौलसिरी के सदाहरित वृकà¥à¤· सड़कों के किनारे और बाटिकाओं में मिलते हैं।