चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने जोड़े हाथ, कैंसर पहाड़ी का नाम बदलने को लेकर चर्चा की
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे शनिवार सुबह ग्वालियर के अपने जयविलास पैलेस से मॉर्निंग वॉक करते हुए शहर की सड़कों पर निकलीं। वे पैदल घूमते घूमते कैंसर पहाड़ी पहुंचीं। यहां उन्होंने आम लोगों से मुलाकात की। उन्होंने गरमा गरम पकौड़े चखे और सेल्फी भी ली।
प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने इस दौरान कैंसर पहाड़ी के नाम पर ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि ‘कैंसर हिल’ नाम दर्द देता है, इसका नाम बदलकर ‘संजीवनी हिल’ कर देना चाहिए। शनिवार सुबह ग्वालियर में बादल छाए हुए थे। ठंड भी जमकर थी। इस बीच प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया अचानक कैंसर हिल जा पहुंचीं। वह लोगों से मिली और इस जगह के नाम पर चर्चा की।
पर्ची पर कलेक्ट किए नामों के सुझाव
प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया ने लोगों के बीच बैठकर कैंसर पहाड़ियां का नाम बदलने को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह नाम दर्द देता है। करीब 3 घंटे तक उन्होंने लोगों का हाल-चाल जाना। उन्होंने पर्ची पर नामों को लेकर सुझाव भी कलेक्ट किए। उन्होंने कहा कि कैंसर पहाड़ियां का नाम शीतला या संजीवनी हिल्स समेत अन्य दो नामों पर मंथन हुआ है।
मंगोड़े-पकोड़े का लुत्फ लिया, सेल्फी भी ली
केन्द्रीय मंत्री की पत्नी व सिंधिया घराने की बहू ने लोगों के बीच पहुंचकर मंगोड़े-पकोड़ों का लुत्फ भी उठाया। यही नहीं, पकौड़े बांटने वाली टीम के साथ अपने मोबाइल से सेल्फी भी ली।
चुनाव लड़ने के सवाल पर हाथ जोड़े
मीडिया ने जब ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे से सवाल किया कि क्या महारानी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं, इसके जवाब में प्रियदर्शनी राजे ने हाथ जोड़ लिए। उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। हाथ जोड़े और थैंक्यू कहकर चली गईं।
बोलीं- हरी-भरी पहाड़ी का ये नाम अच्छा नहीं लगता
प्रियदर्शनी राजे सिंधिया ने कहा कि अक्सर वह यहां से शिवपुरी, अशोकनगर, गुना समेत अन्य जगह जाने के लिए निकलती हैं, इसलिए यहां रहने वाले लोगों को वो जानती भी हैं। उन्हें हमेशा से अच्छा नहीं लगा कि इस खूबसूरत पहाड़ी का नाम कैंसर पहाड़ी है। यह नाम दर्द देता है, जबकि यहां प्रदेश के 2 बड़े हॉस्पिटल हैं, जो लोगों को जीवन दे रहे हैं। साथ ही, खूबसूरत प्लांटेशन और खुली हवा मौजूद है, फिर भी इसे कैंसर पहाड़ी के नाम से जाना जाता है। जिसे सुनकर लोग भी नेगेटिविटी फील करते हैं।
यही कारण है कि यह पहल की है कि लोग यहां का नाम कुछ ऐसा रखें, जिसे सुनकर पॉजिटिव फील हो। ऐसे में दो से तीन नामों पर चर्चा चल रही है। यहां रहने वाले, यहां पर रोज मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग मिलकर तय करेंगे कि आखिर इसका फाइनल नाम क्या रखना है।मिशन 2024 की तैयारी है?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया अपने पति ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए मिशन 2024 की तैयारी कर रही हैं। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया भी लोगों के बीच पहुंचे हैं।