दल बदलू दंडोतिया भाजपा में शामिल - ब्राह्मण वर्ग ही कर रहा है आलोचना
लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मुरैना के एक और पूर्व विधायक को अपने खेमे में ले लिया। दिमनी विधानसभा से बसपा से विधायक रहे बलवीर सिंह डण्डोतिया ने बुधवार को सागर में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव व पूर्व गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा के समक्ष भाजपा की सदस्यता ले ली।सूत्रों ने बताया की दंडोतिया को भाजपा नेतृत्व ने पीएम के समक्ष सदस्य्ता दिलवाने से मना कर दिया था ,तब सागर जाकर सदस्य्ता ली .
राजनीतिक जानकारों के अनुसार बलवीर सिंह डण्डोतिया को भाजपा में लेने के पीछे का उद्देश्य ब्राह्मण वोट को भाजपा की ओर मोड़ने का है, लेकिन बलवीर सिंह डण्डोतिया के अचानक दल बदलने के बाद इंटरनेट मीडिया पर ब्राह्मण वर्ग में ही उनकी सबसे ज्यादा आलोचना हो रही है। गौरतलब है, कि गुरुवार को मुरैना में प्रधानमंत्री मोदी की सभा होने जा रही है, इस सभा में लोकसभा सीट के एक कांग्रेसी विधायक के भाजपा में शामिल होने की अटकलें कई दिनों से चल रही थीं, लेकिन इन अटकलों के बीच पूर्व विधायक बलवीर सिंह डण्डोतिया ने बसपा व कांग्रेस को झटका दे दिया। बलवीर ने सागर जाकर मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और पूर्व गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा के सामने बसपा छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली।
बीते साढ़े तीन साल में उन्होंने तीसरी बार पार्टी बदली है और इस दौरान वह सभी प्रमुख दल (बसपा, कांग्रेस और अब भाजपा) की सदस्यता ले चुके हैं। 2013 में दिमनी से बसपा के टिकट पर विधायक बने। 2020 के उप चुनाव में बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए, लेकिन कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो नवंबर 2023 यानी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा में चले गए और बसपा के टिकट पर दिमनी से विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ विधायक का चुनाव लड़ा, जिसमें करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। बलवीर सिंह के मुरैना से 360 किमी दूर सागर जाकर इस तरह आनन-फानन में पार्टी बदलने से जिलेभर में इस बात की चर्चा है, कि एक दिन बाद यानी गुरुवार को मुरैना में ही प्रधानमंत्री मोदी की सभा थी, यदि मोदी की सभा में भाजपा की सदस्यता लेते तो बात कुछ और होती।