दुर्गा पूजा मनाया तो छोड़ेंगे नहीं, बांग्लादेश में हिंदुओं को खुलेआम धमका रहे कट्टरपंथी
पड़ोसी देश बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. हिंदू अल्पसंख्यकों के लिए मुसीबत बढ़ती जा रही है. कट्टरपंथी समूह सड़कों पर स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं. कई छात्र संगठन देश में इस्लामिक कानून वाले शासन की मांग कर रहे हैं. अब हिंदुओं को दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर भी धमकी दी जा रही है. दुर्गा पूजा के विरोध पर आपत्ति जताने पर हिंदू शिक्षक को नौकरी से निकाल दिया गया.
बांग्लादेश छोड़ दें...
कट्टरपंथी खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि अगर किसी ने दुर्गा पूजा मनाने के लिए पहल की तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा. विरोध करने वालों को बांग्लादेश छोड़कर जाने की सलाह दी जा रही है. कट्टरपंथी उन लोगों को निशाना बना रहे हैं जो दुर्गा पूजा की तैयारियों में लगे हैं. वहीं, खुलेआम लोगों को धमकी दी जा रही है. धमकी भरी चिट्ठी भी वायरल हो रही है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिट्ठी में लिखा है, "अगर आप 2024 में दुर्गा पूजा करना चाहते हैं, तो आपको 5 लाख टका का भुगतान करना होगा. नहीं तो आपको किसी भी तरह की पूजा करने की अनुमति नहीं मिलेगी." यह भी धमकी दी गई कि अगर इस चिट्ठी को अधिकारियों या मीडिया के साथ साझा किया गया तो जिम्मेदार व्यक्ति "टुकड़े-टुकड़े" कर दिए जाएंगे.
मुहम्मद यूनुस ने तख्तापलट को लेकर क्या बोला था...
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने मंगलवार को देश में हाल के विरोध प्रदर्शनों के पीछे के 'मास्टरमाइंड' का खुलासा किया, जिसके कारण अंततः शेख हसीना को सत्ता से बाहर होना पड़ा था. उन्होंने यह भी कहा कि यह एक स्वाभाविक जनविद्रोह नहीं था बल्कि सावधानीपूर्वक डिजाइन किया सुव्यवस्थित और अनुशासित आंदोलन था.
मुहम्मद यूनुस ने ये बातें संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के इतर न्यूयॉर्क में क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव इवेंट में अपने संबोधन के दौरान कहीं. बांग्लादेश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार ढाखा ट्रिब्यून में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक मुहम्मद यूनुस ने अपने विशेष सहायक महफूज आलम को शेख हसीना सरकार के विरोध में हुए देशव्यापी आंदोलन का मास्टरमाइंड बताया.