न US, न चीन-पाकिस्तान; कोई नहीं डाल सकता हम पर दबाव, परमाणु परीक्षण पर रक्षा मंत्री क्या बोले
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु परीक्षण के बयानों और उस पर छिड़ी बहस के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो कहा है कि कोई भी देश राष्ट्रीय सुरक्षा या परमाणु परीक्षण के मामलों में भारत पर दबाव नहीं डाल सकता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि परमाणु परीक्षणों के मामले में भारत सही समय पर सही कदम उठाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि ना तो अमेरिका और न ही पड़ोसी चीन या पाकिस्तान या कोई अन्य देश के निर्देश या दबाव में भारत आने वाला है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार अपने राष्ट्रीय हितों को देखते हुए कोई भी फैसला करेगी न कि विदेशी दबाव में आकर।
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविमारम में अमेरिकी हस्तक्षेप से भी इनकार किया और दो टूक कहा कि इसमें किसी भी तीसरे पक्ष की कोई संलिप्तता नहीं थी। पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संभावित परमाणु परीक्षण पर चर्चा से जुड़े हालिया घटनाक्रमों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने भारत का रुख स्पष्ट करते हुए कहा, “भविष्य ही बताएगा कि भारत क्या करेगा। अमेरिका या पाकिस्तान जो कर रहे हैं, उससे भारत पर कोई दबाव नहीं होगा। वे जो चाहें कर सकते हैं। हम वही करेंगे जो हमें सही लगेगा और सही समय पर करेंगे।”
तीसरे पक्ष का कोई रोल नहीं
ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री ने पुष्टि की कि यह ऑपरेशन तभी रद्द किया गया जब भारत ने नियंत्रण रेखा पर अपने इच्छित उद्देश्यों को प्राप्त कर लिया था। सिंह ने कहा, "मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि पाकिस्तान के DGMO की ओर से युद्धविराम के लिए बार-बार फोन कॉल आ रहे थे। उन फोन कॉल के बाद और जो हम हासिल करना चाहते थे, उन लक्ष्यों को हासिल करने के बाद ही हमने युद्धविराम किया।" उन्होंने आगे कहा, "जरूरत पड़ने पर हम फिर से ऑपरेशन शुरू करेंगे।"
आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस
आतंकवाद पर भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए रक्षा मंत्री ने साफ किया कि भारतीय सेना केवल आतंकवादी ठिकानों को ही निशाना बनाने के अपने टारगेट पर फोकस थी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने नागरिक क्षेत्रों को कभी भी टारगेट नहीं किया। सीमा पार हमलों के दौरान नागरिक हताहतों के पाकिस्तान के दावों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा, “हमने सिर्फ आतंकवादियों को निशाना बनाया, नागरिकों को नहीं।”
पाकिस्तान पर भरोसा नहीं
यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने युद्धविराम कराने में कोई भूमिका निभाई थी, सिंह ने स्पष्ट रूप से इनकार करते हुए कहा, "युद्धविराम केवल भारत और पाकिस्तान के बीच था। इसमें कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था।" पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाए जाने पर भी सिंह ने चुटकी ली। उन्होंने कहा, "उन्होंने तो खुद ही पदोन्नति ले ली।" उन्होंने आगे कहा, "पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता।"