आदिवासी गढ़ बचाने के लिए कांग्रेस ने सभी पत्ते खोले, दिग्विजय सिंह सहित सभी नेता चुनावी रण में

अंचल के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होना है। कांग्रेस यहां ताकत लगाती नजर आ रही है। कांग्रेस ने प्रदेश के सभी नेताओं को विजयपुर के चुनावी रण में उतार दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस से यह सीट छीनने के लिए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ मोर्चा संभाल लिया है। भाजपा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी उपयोग विजयपुर में करने के संकेत स्टार प्रचारकों की सूची से दिए हैं।
रामनिवास रावत की अग्निपरीक्षा
कांग्रेसियों का मानना है कि आदिवासियों ने सदैव कांग्रेस को संबल प्रदान किया है। विजयपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रामनिवास रावत व कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा नामांकन दाखिल करते समय अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर चुके हैं। दोनों ही उम्मीदवार अपने मूल राजनीतिक दल को छोड़कर चुनाव लड़ रहे हैं।
अब तक रावत विजयपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़ते रहे हैं, पहली बार भाजपा से चुनाव मैदान हैं। उनके प्रतिद्वंद्वी मल्होत्रा का भी यह दूसरा चुनाव है। पहला चुनाव भाजपा से विद्रोह कर निर्दलीय लड़ चुके हैं। इस बार कांग्रेस के टिकट पर भाजपा को चुनौती देने के लिए मैदान में उतरे हैं।
कांग्रेस के हर दिग्गज ने विजयपुर में मोर्चा संभाला
कांग्रेस पहली बार एकजुटता के साथ विजयपुर के उपचुनाव में भाजपा के साथ चुनावी पंजा लड़ाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन दाखिल करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ रोड शो किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, अरुण यादव, विवेक तन्खा, राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं।
लंबे समय के बाद स्वयं के चुनाव के अलावा कांग्रेस का चुनाव प्रचार करते नजर आए हैं। ढाई दशक पहले सत्ता से बाहर होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव प्रचार करने के बजाय पार्टी में समन्वय का दायित्व संभालते रहे हैं।