अब 15 दिन मालवा घूमने जाएंगे बाबा ओंकार महाराज
कार्तिक मास के पावन अवसर एवं छठ पर्व पर देशभर के कोने-कोने से बाबा ओंकार के करीब 70 हजार से अधिक भक्त गुरुवार को मध्यप्रदेश के खंडवा जिले की धार्मिक तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर पहुंचे। भक्तों ने पवित्र नर्मदा नदी में डुबकी लगाई, जिसके बाद भगवान को अर्घ्य अर्पित कर ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर जी के दर्शन का लाभ लिया। हालांकि, भारी भीड़ के कारण दर्शन करने के लिए भक्तों को लाइनों में करीब 4 घंटे से अधिक समय तक लगना पड़ा। इतने समय तक भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के सहारे लाइनों में खड़े रहे। वहीं, वीआईपी टिकट से दर्शन करने वालों को भी 2 घंटे से अधिक समय लगा। इस दौरान कई बार मंदिर कर्मचारियों और भक्तों के बीच हल्की-फुल्की नोकझोंक भी हुई। ऐसे में भक्तों ने कहा कि दर्शन व्यवस्था में सुधार के लिए गंभीरता से विचार किया जाना आवश्यक है।इधर, ओंकारेश्वर स्थित पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी ने गुरुवार को छठ पर्व के पावन अवसर पर भगवान श्री गुरु कार्तिकेय का जन्मोत्सव मनाया। इस पावन महापर्व पर निरंजनी अखाड़े में (कार्तिक छठ) परम पूज्य गुरुदेव रमेश गिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में संतजनों, षड्दर्शन एवं संतों के साथ भव्य आयोजन हुआ। प्रसाद स्वरूप ब्राह्मण भोजन और भंडारे का आयोजन किया गया, जिसके बाद भेंट अर्पित की गई।ओंकारेश्वर में छठ पर्व के अगले दिन शुक्रवार को भोग लगाया जाएगा और मंदिरों में विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद शनिवार को गोपाष्टमी पर ओंकार जी महाराज मालवा की यात्रा पर जाएंगे। ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक ट्रस्टी राव देवेंद्र सिंह ने बताया कि प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी ज्योतिर्लिंग ओंकार जी महाराज गोपाष्टमी के अवसर पर मालवा यात्रा पर जाएंगे। शुक्रवार को सप्तमी के दिन गेहूं के आटे, घी और गुड़ से सुकड़ी प्रसाद तैयार किया जाएगा। इस दौरान मंदिर परिसर के सभी मंदिरों का विशेष श्रृंगार होगा और चोले चढ़ाए जाएंगे। ट्रस्टी ने बताया कि 15 दिनों की मालवा यात्रा के बाद 23 नवंबर को भैरव अष्टमी पर ओंकार जी लौट आएंगे।