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चाणक्य नीति : गरीबी आने से पहले दिखेंगे ये 5 संकेत

 हर कोई अपने परिवार को सुखी और समृद्ध देखना पसंद करता है। लेकिन कई बार हम अपने घर में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिससे परिवार में कलह होने लगती है। इसलिए ये बातें अक्सर घर के बड़े-बुजुर्ग समझाते हैं। लेकिन फिर भी ऐसे कई संकेत हैं जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। हमारे देश में ऐसे कई महान व्यक्तित्व के लोग हैं, जिन्होंने जीवन के हर पहलू पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए हैं। इन्हीं में से एक हैं आचार्य चाणक्य, एक ऐसे विद्वान जिनकी 'चाणक्य नीति' आज भी युवाओं के लिए जीवन के कई रहस्यों से पर्दा उठाती है। जीवन का शायद ही कोई ऐसा पहलू हो जिसे आचार्यों ने अपनी नीतियों के माध्यम से उजागर न किया हो। चाणक्य ने अपनी नीतियों में कहा है कि अगर किसी परिवार या व्यक्ति को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है तो घर में कुछ संकेत दिखाई देने लगते हैं।

कांच टूटना
ज्योतिष शास्त्र के साथ-साथ चाणक्य नीति के अनुसार घर में टूटा हुआ शीशा भी परेशानी का संकेत माना जाता है। शीशा टूटना एक सामान्य घटना है। लेकिन अगर शीशा टूट रहा है तो ये अच्छा संकेत नहीं है. -चाणक्य नीति के अनुसार, टूटा हुआ कांच घर में आर्थिक तंगी का संकेत हो सकता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार घर में टूटा हुआ शीशा नहीं रखना चाहिए, इससे आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
घर में क्लेश और कलह
हमारे प्राचीन ग्रंथों में ऐसी कई बातें हैं जो हमें आने वाले खतरे से आगाह करती हैं। जिस घर में हमेशा कलह का माहौल रहता है वहां लक्ष्मी कभी निवास नहीं करती हैं। इसका उल्लेख सिर्फ चाणक्य नीति में ही नहीं बल्कि हमारे धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है। अगर किसी घर में अचानक झगड़ा होने लगे, घर के सदस्य बात-बात पर एक-दूसरे पर गुस्सा करने लगें, छोटी-छोटी बातों पर घर में क्लेश का माहौल रहने लगे तो यह संकेत हैं कि घर में आर्थिक संकट आने वाला है। . घर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए घर का माहौल खुशनुमा रखना बहुत जरूरी है।
बड़ों का अपमान
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता, उस घर के लोग खुश नहीं रहते, समझ लें कि यह आने वाले आर्थिक संकट का संकेत है। वरिष्ठजनों के आशीर्वाद से घर में सदैव उन्नति होती रहती है। लेकिन जिस घर में बड़े-बुजुर्गों या वरिष्ठजनों का सम्मान नहीं किया जाता, बात-बात पर उनका अपमान किया जाता है, उनकी सेवा नहीं की जाती, उस घर में लक्ष्मीजी कभी नहीं महकतीं।
पूजा पाठ में मन
जिस घर में नियमित पूजा होती है उस घर में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और घर का माहौल खुशनुमा रहता है। साथ ही पूजा के बाद पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। लेकिन वहीं अगर आपका मन पूजा-पाठ से हट जाए या आपका पूजा-पाठ में मन न लगे तो उस घर में आर्थिक तंगी बनी रहेगी।
तुलसी का पौधा
सनातन धर्म में तुलसी का बहुत महत्व है। पिछवाड़े में खिलने वाली तुलसी से बेहतर क्या हो सकता है? लेकिन अगर सुख-समृद्धि का प्रतीक तुलसी का पौधा अचानक सूख गया हो तो यह आने वाले आर्थिक संकट का संकेत देता है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए उत्तरदायी नहीं है।
 
 
 

 

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