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बुधनी : 2023 में 16 बूथ हारने वाली BJP अब इतने पर हारी

लोकसभा के छह और विधानसभा चुनाव के 12 माह के अंतराल में ही बुधनी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का अचानक ही हृदय परिवर्तन देखने को मिला। दोनों चुनावों में भाजपा का मत प्रतिशत तेजी के साथ बढ़ा था। लेकिन पिछले 13 नवंबर हुए चुनाव में अचानक भाजपा का ग्राफ तेजी के साथ गिरा और दोनों ही दलों के बीच मात्र नौ फीसदी का अंतर ही रह गया। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में शिवराज सिंह चौहान को मतदाताओं ने 70 प्रतिशत के लगभग मत देकर रिकॉर्ड इतिहास बनाया था। लेकिन इस चुनाव में जहां भाजपा को 52 तो कांग्रेस को 43 प्रतिशत के हिसाब से मतदाताओं ने अपना सहयोग दिया। 23 नवंबर 2024 को हुई मतगणना के बाद विधानसभा के उपचुनाव की स्थिति साफ हुई। इसमें 20 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद मुकाबला कशमकश का देखने को मिला। हालांकि इस मुकाबले को भाजपा प्रत्याशी रामाकांत भार्गव ने जीत लिया, लेकिन यह चुनाव दोनों ही दलों के लिए सबक छोड़कर चला गया। कांग्रेस को इस चुनाव में जहां उम्मीद से अधिक मत मिले तो भाजपा का वोट प्रतिशत कम होना पार्टी के लिए चिंता का विषय बन गया। यदि हम पिछले दो विधानसभा चुनावों की जीत हार के बारे में गणना करें तो इस चुनाव में कांग्रेस ने भले ही जनता के बीच चुनाव हार लिया हो, लेकिन मत प्रतिशत के मामले में इजाफा करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए संजीवनी का संचार हुआ है।

2018 के आम चुनाव में भाजपा को 43 पोलिंग बूथ पर हार का सामना करना पड़ा था। 2023 में यह आंकड़ा घटकर 16 पोलिंग पर आ गया था। पिछले दिनों संपन्न हुए उपचुनाव में भाजपा को संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र की 136 पोलिंग पर शिकस्त का सामना करना पड़ा है। मात्र 16 से 136 के आंकड़े पर कांग्रेस का पहुंचना कहीं न कहीं भारतीय जनता पार्टी संगठन के लिए आत्म मंथन का विषय बन गया है।
विधानसभा उपचुनाव में कुल 98 पोलिंग बूथ ऐसे रहे जहां पर पूरे चुनाव के दौरान अत्यधिक कशमकश देखने को मिली। यह पोलिंग बूथ वह है जहां दोनों ही दलों की जीत हार का अंतर 50 मतों से भी कम का था। भाजपा के ऐसे पोलिंग बूथ 50 थे तो कांग्रेस के पास 48 बूथ। जहां जीत हार का अंतर 2 से लेकर 49 मतों तक रहा।
देवी धाम सलकनपुर में 200 करोड़ रुपए से भी अधिक की लागत से देवी लोक का निर्माण कार्य चल रहा है। लेकिन उपचुनाव में ग्राम पंचायत सलकनपुर के मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी को एक मतों से हरा दिया। करोड़ों रुपए के निर्माण कार्य होने के बावजूद भी यहां पर ऐसी परिस्थिति क्यों निर्मित हुई। जबकि देवी धाम का निर्माण होने के बाद यहां के लोगों को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और उनकी आय में भी वृद्धि होगी। भाजपा के लिए सलकनपुर पोलिंग भी चिंता का विषय हैं।



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