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14 करोड़ की डकैती: मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार

खितौला बैंक डकैती की योजना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जेल में बनाई गई थी। पुलिस से योजना के मास्टरमाइंड सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से नकदी, घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल और कट्टा कारतूस बरामद किये हैं। बैंक के अंदर जाकर झारखंड की गैंग ने डकैती घटना को अंजाम दिया था। झारखंड गैंग के पांच सदस्य सोना तथा कुछ नकदी लेकर फरार हैं। जिनकी तलाश में पांच पुलिस टीम लगी हुई है।गौरतलब है कि खितौला थाना अंतर्गत स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक की शाखा में 11 अगस्त सोमवार की सुबह 8.50 बजे हेलमेट पहनकर पहुंचे तीन युवकों ने पिस्टल के बल पर लॉकर में रखा लगभग 15 किलो सोना तथा पांच लाख रुपये की डकैती डाली है। तीनों आरोपी युवकों के दो साथी मोटरसाइकिल लेकर खड़े हुए थे। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी मोटरसाइकिल में बैठकर फरार हो गये थे। घटना के समय फाइनेंस बैंक में सिर्फ चार कर्मचारी ही मौजूद थे। आरोपी युवकों ने 20 मिनट में वारदात को अंजाम दिया गया था। सीसीटीवी कैमरा फुटेज के अनुसार आरोपी ने हाईवे छोड़कर मझौली रोड पर गये थे और इंद्राना में कपड़े बदले।

जेल में रची गई थी साजिश
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा से प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच में यह बात सामने आई कि सोनू वर्मन नामक युवक ने पाटन निवासी रईस सिंह लोधी के कहने पर अरोपियों को किराये पर घर दिलाया था। उसे इस बात की जानकारी थी कि पांचों आरोपी बैंक में डकैती डालने आये हैं। उसी ने आरोपी को क्षेत्र के रास्ते बताते हुए रेकी करवाई थी। पाटन निवासी रईस मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में छत्तीसगढ़ रायगढ़ जेल में बंद रह चुका था। उस दौरान उसकी दोस्ती डकैती के आरोप में जेल में निरुद्ध झारखंड गैंग से हुई थी। जेल में ही रईस और झारखंड गैंग के सदस्यों ने बैंक डकैती की साजिश तैयार की थी। निर्धारित साजिश के तहत रईस ने अपने साथी हेमराज के नाम पर नई मोटरसाइकिल फाइनेंस करवाई थी। उसका उपयोग घटना में किया गया। बैंक डकैती की घटना को अंजाम देने के बाद झारखंड गैंग के पांचों आरोपी इंद्राना स्थित मकान में पहुंचे थे। रईस तथा हेमराज ने उन्हें सुरक्षित दमोह तक पहुंचाया था। दमोह में रईस के साथी विकास चक्रवर्ती ने उनके खाने की व्यवस्था ढाबे में करवाई तथा कोलकाता एक्सप्रेस से झारखंड जाने के लिए ट्रेन टिकट की व्यवस्था कर पुलिस से बचाते हुए स्टेशन तक छोड़ा था।

गैंग के सदस्य अपने साथ ले गए सोना
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि झारखंड गैंग के सदस्य डकैती का सोना अपने साथ ले गये। उन्होंने गिरफ्तार किये गये आरोपियों को आश्वासन दिया था कि जेवरात बेचने में पकडे़ जाने का डर है। इसलिए वह सोने को बिस्किट के रूप में तब्दील कर उनका हिस्सा भिजवा देंगे। झारखंड गैंग के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस टीम बनाई गई हैं, जो उनके संभावित ठिकानों में दबिश दे रही हैं। पुलिस ने गिरफ्तार चारों आरोपियों के पास से दो मोटर साइकिल, चार मोबाइल, एक कट्टा, चार कारतूस सहित एक लाख 83 हजार रुपये नकद बरामद किये हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।

 

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