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संयुक्त राष्ट्र में ट्रंप ने भारत-चीन पर साधा निशाना, रूसी तेल खरीदकर युद्ध की फंडिंग का लगाया आरोप

संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भाषण दे रहे हैं। यहां ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम कराने का श्रेय लिया। साथ ही रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत और चीन पर निशाना साधा। इसके अलावा उन्होंने टैरिफ, परमाणु हथियार, अवैध अप्रवासन समेत कई मुद्दों पर बात की।

'रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन में युद्ध की फंडिंग कर रहे चीन और भारत'

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर यूक्रेन में चल रहे रूसी युद्ध की फंडिंग कर रहे हैं। चीन और भारत रूसी तेल खरीद कर इस युद्ध को वित्तपोषित करने वाले मुख्य देश हैं।

 

नाटो देशों की आलोचना की, रूस को दी धमकी

ट्रंप ने कहा कि नाटो देशों ने भी रूसी ऊर्जा और रूसी ऊर्जा उत्पादों पर ज्यादा रोक नहीं लगाई है। मुझे लगभग दो सप्ताह पहले यह पता चला और मैं इससे खुश नहीं था। वे अपने ही खिलाफ युद्ध की फंडिंग कर रहे हैं। किसने इसके बारे में सुना है? अगर रूस युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं होता तो अमेरिका उस पर कड़े टैरिफ़ लगाने के लिए पूरी तरह तैयार है। मेरा मानना है कि इससे रक्तपात बहुत जल्दी रुक जाएगा। इन टैरिफ्स के प्रभावी होने के लिए यूरोपीय देशों को हमारे साथ मिलकर ठीक यही उपाय अपनाने होंगे।

 

भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम का फिर लिया श्रेय

ट्रंप ने कहा कि मैंने अपने सात महीने के प्रशासन में सात देशों में चल रहे अकल्पनीय युद्ध को समाप्त कराया। इनमें कंबोडिया-थाईलैंड, कोसोवो-सर्बिया, कांगो-रवांडा, भारत-पाकिस्तान, इस्राइल-ईरान, मिस्र और इथोपिया और आर्मेनिया-अजरबैजान शामिल हैं।

 

अमेरिका का स्वर्णिम काल चल रहा: ट्रंप

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था सबसे मजबूत है। हमारी सीमाएं सबसे मजबूत हैं। सेना सबसे मजबूत है और दोस्ती मजबूत है। ट्रंप ने कहा कि यह अमेरिका स्वर्णिम युग है। उन्होंने कहा कि अमेरिका व्यापार करने के लिए पृथ्वी पर सबसे अच्छा देश है। अमेरिका को पहले की तरह फिर से सम्मान मिल रहा है।

 

संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि संयुक्त राष्ट्र में अपार क्षमता है। लेकिन यह उस क्षमता के करीब भी नहीं पहुंच पा रहा है। कम से कम अभी तो ऐसा लगता है कि वे बस एक बहुत ही कड़े शब्दों वाला पत्र लिखते हैं और फिर उस पर अमल नहीं करते। संयुक्त राष्ट्र खोखला हो गया और खोखले शब्दों से युद्ध हल नहीं होते। संयुक्त राष्ट्र को युद्धों को समाप्त करने पर ध्यान देना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र हमारे लिए नहीं है। अगर सदस्य देश इसका प्रभावी ढंग से उपयोग करने को तैयार हों, तो इस संगठन में काफी ताकत है। 

 

परमाणु हथियार सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा, ईरान पर साधा निशाना

ट्रंप ने कहा कि परमाणु हथियार वैश्विक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं। उन्होंने कहा कि ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता। 

 

फलस्तीन को देश का दर्जा देने का प्रस्ताव खारिज

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन को देश का दर्जा देने का प्रस्ताव खारिज कर दिया। ट्रंप ने कहा कि फलस्तीनी देश को मान्यता देना हमास के लिए बहुत बड़ी बात होगी। जो लोग शांति चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होना चाहिए। गाजा में युद्ध तुरंत बंद होना चाहिए। सभी 20 बंधकों को बिना किसी देरी के रिहा किया जाए।

 

टेलीप्रॉम्पटर चलाने वाला बड़ी मुसीबत में हैं: ट्रंप

राष्ट्रपति ट्रंप ने भाषण शुरू किया तो टेलीप्रॉम्पटर खराब हो गया। इस पर ट्रंप बोले कि उन्हें बिना टेलीप्रॉम्प्टर के बोलने में कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं बस इतना कह सकता हूं कि जो भी इस टेलीप्रॉम्प्टर को चला रहा है। वह बड़ी मुसीबत में है।

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