ठंडी हवाओं से कांपा एमपी,नवंबर में दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड, जिलों में शीतलहर का अलर्ट
उत्तर भारत में हुई बर्फबारी का असर अब मध्य प्रदेश पर गहराता जा रहा है। नवंबर में ही प्रदेश में दिसंबर–जनवरी जैसी गलन महसूस हो रही है। उत्तर से आ रही शुष्क और ठंडी हवाओं ने कई जिलों में कड़ाके की ठंड बढ़ा दी है। भोपाल और इंदौर का न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो इस सीजन का सबसे न्यूनतम स्तर है। मौसम विभाग ने प्रदेश के बड़े हिस्से में शीतलहर बने रहने की चेतावनी दी है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हुई ताजा बर्फबारी के बाद उत्तर से आ रही ठंडी हवाएं ही इस कड़ाके की ठंड की मुख्य वजह हैं।रविवार को राजगढ़ और शाजापुर जिले के गिरवर में रात का तापमान 6°C दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। पिछले 10 दिनों से राजगढ़ लगातार राज्य का सबसे ठंडा जिला बना हुआ है। शहडोल के कल्याणपुर में 6.2°C, जबकि भोपाल और इंदौर दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान 6.4°C रहा। उमरिया में 7.3°C और रीवा में 7.4°C पारा दर्ज किया गया।23 जिलों में शीतलहर का अलर्ट
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है और न्यूनतम तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी। राज्य के उत्तरी और पश्चिमी जिलों में तीव्र शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है। भोपाल, सीहोर, राजगढ़, इंदौर, शाजापुर, सतना, शहडोल, जबलपुर, मैहर, बैतूल, धार, देवास, शिवपुरी, रीवा, उमरिया, कटनी, पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी के साथ ही छिंदवाड़ा और बालाघाट में शीतल दिन का अलर्ट जारी हुआ है.