Homeधर्म कर्म ,खास खबरे,
दुर्गा पूजा,शारदीय नवरात्रे, कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त

दुर्गा पूजा,शारदीय नवरात्रे, कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त : 1 अक्टूबर 2016 ,,शनिवार ब्रह्म मुहूर्त , सुबह , 3 :00 से 6:15 तक शुभ चोघडिया अभिजित मुहूर्त- दोपहर 11:36 से 12 :24,,, शुक्रवार रात 4:20 से 0 1अक्टूबर , शनि वार रात 5 :52 तक है , हस्ता नक्षत्र शनि वार रात 11: 31 तक है ,ब्रह्म योग दिन 3 :42 तक है ,
प्रतिपदाद्य षोडश नाडी निषेध: चित्रा वैधृति योग निषेधश्च उक्तकालाधिरोधेन सति सम्भवे पालनीय : ।।
सूर्योदय से दस घड़ी ( 4 घंटा तक अथवा अभजित मुहूर्त ) तक कलशस्थापन कर सकते है ,
भविष्येपि चित्रा वैधृति सम्पूर्णा: प्रतिपञ्चपँच्चभवेत् नृप: ।। त्याज्याँह्शा स्त्रयस्त्वाद्यास्तुरीयाँशेतु पूजन मिति।। पेज 277।।
वैधृति चित्रा सम्पूर्ण दिवस हो तो तो प्रारम्भिक दो चरणों और अभिजित मुहूर्त मे कलश स्थपन शुभ है ,
इस तरह ब्रह्म मुहूर्त से दोपहर 12:24 के पहले या अमृत चौघडिया मे कलश स्थापन करना शास्त्रीय शुभ है ,
वाराणसी, मिथिला , दिल्ली मध्यप्रदेश के पँचाग मे कलश स 01 अक्टूबर को ही बताया गया है ,
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 3: 00 से 6 : 15 बजे तक ,
अमृत सुबह 6:00 से 8 :24 तक ,
प्रथम बेला :, 8:24 से 10:15 तक
अभिजित , दोपहर ,11:36 से 12:24 तक
पूजा पण्डालो की नवरात्र पूजन कार्यक्रम
शारदीय नवरात्रि 2016 कार्यक्रम 11 दिन का नवरात्रि है।
01अक्टूबर शनिवार प्रतिपदा कलश स्थापना सुबह 6:30 , ध्वजारोपन , दिन भर , शैल पुत्री पूजन , सुबह आरती 9 :00 // शाम आरती 8 :00
02 अक्टूबर रविवार द्वतिया ( ब्रह्म चारिणी पूजन )
3 अक्टूबर सोम वार द्वितीया ( सुबह 6:20 तक )चन्द्रघन्टा पूजन सुबह आरती 9 :00 // शाम आरती 8 :00
4 अक्टूबर मँगलवार तृतीया (दिन 09:46 तक )कुष्माण्डा पूजन सुबह आरती 9 :00 // शाम आरती 8:00
5-अक्टूबर बुधवार गणेश चतुर्थी स्कन्दमाता पूजन । सुबह आरती 9 :00 // शाम आरती 8:00
6 अक्टूबर गुरूवार पँचमी दिन 01:50 तक, कात्यायनी पूजन ।
7 अक्टूबर शुक्र वार महाषष्ठी ( दिन 03:30 तक ,कालरात्रि पूजन ।
सुबह आरती दिन 09:00,।शाम आरती 8:00 बेलवरण शाम 5:30 बजे से
8: अक्टूबर शनि वार महासप्तमी( दिन 4 :46 तक , मूल दिन 01:42 तक ),
नवपत्रिका प्रवेश सुबह 7 :00 से ,सभी प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा होगी
,आरती *पुष्पाजलि शाम 12 :00 / शाम आरती 8:00 ।सांस्कृतिक कार्यक्रम
09 अक्टूबर रवि वार महाअष्टमी ( शनिवार दिन 04 :36 से रविवार शाम 5 :37 तक ।
सन्धिपूजा बलि शाम - 5:37 मे
दोपहर आरती पुष्पाँजलि दोपहर- 11:00 , शाम आरती पुष्पाजलि 8:00
सांस्कृतिक कार्यक्रम
10 अक्टूबर। सोम वार
महानवमी ( रविवार शाम 5 :37 से सोम वार शाम 5 : 54 तक उतराषाढ दिन 4:07 तक ) ,
सिद्धिदात्री पूजन ,। आरती *पुष्पाजलि : सुबह 11 :00// आरती *पुष्पाजलि शाम 8:00 ।।महाभोग वितरण दोपहर 11:00 बजे , साँस्कृतिक कार्यक्रम रात
11 अक्टूबर मँगल वार
विजयादशमी ( शाम 05 :29 तक -इसके बाद श्रवण दिन -04: 31 तक ) विसर्जन-हवन 10:00 से 11:30 तक ,पुष्पाजँलि आरती सुबह 11:40 //नवरात्रि का पारण । विसर्जन ।
गुरुवार / मँगल वार के कारण प्रतिमा विसर्जन लोकाचार से नहीं होता है ।
नवरात्र बिशेष नव देवीयो कें नाम,, उनकें प्रतिदिन कें भोग,,और तिथियो की पूरी जानकारी,,इस नवरात्र में तिथिया बड़ रही है जो की शास्त्रो कें हिसाब सें शुभ है माता का आना भी शुभ संकेत है ,,श्रध्दाभाव एवं विस्वास सें माँ की सेवा करें आप की हर मनोकामना पूरी होगी
(1) प्रथम कलशस्थापन शैलपुत्री (भोग -खीर)
(2) द्वितीया ब्राह्मचारिणी (भोग खीर,गाय का घी,एवं मिश्री)
(3) त्रतीया चन्द्रघंटा (भोग कैला,दूध,माखन,मिश्री )
(4) चतुर्थी कुष्मांडा (भोग पोहा,नारियल,मखाना)
(5) पंचमी स्कन्दमाता (भोग शहद एवं मालपुआ )खिलोना
(6) षष्टी कात्यायनी(भोग शहद एवं खजूर)) सुहाग सामान
(7) सप्तमी कालरात्री (भोग अंकुरीत चना एवं अंकुरित मूँग )
(8) अष्टमी महागौरी (भोग नारियल,खिचड़ी,खीर )
(9) नवमी सिध्दीदात्री (भोग चूड़ा दही,पेड़ा,हलवा,,)
(10 ) दशमी धान का लावा

पूजा पण्डालो के लिऐ दशहरा कार्यक्रम :-2016 आश्विन
आश्विन शुक्ल पक्ष देवी का आगमन - घोडा पर ( सप्तमी के अनुसार)
फल शुभ नही
देवी प्रस्थान - चरण - फल अशुभ है । दोनों अशुभ है ,
1 अक्टूबर शनि वार - शारदीय नवरात्रि 2016 कार्यक्रम :- आश्विन शुक्ल पक्ष -
1 अक्टूबर 2016 शनिवार - प्रतिपदा - कलश स्थापन - (शैल पुत्री पूजन
सुबह: - 7 बजे से 11 बजे तक , 11:30 आरती पुष्पांजलि
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे शुरू ,
2 अक्टूबर - रविवार - द्वितीय - -ब्रह्मचारिणी पूजन
सुबह पूजन 7 बजे शुरू , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे
3 अक्टूबर - सोमवार - तृतीय - चन्द्रघण्टा पूजन
सुबह _ पूजन 7 बजे शुरू , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे
4 अक्टूबर - मँगल वार -सुबह पूजन 7 बजे शुरू , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे
5 अक्टूबर - बुधवार - चतुर्थी - कूष्माण्डा देवी पूजन , गणेश चतुर्थी
सुबह पूजन 7 बजे शुरू , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे
6 अक्टूबर - गुरूवार - पँचमी - स्कन्ध माता पूजन -
सुबह पूजन 7 बजे शुरू , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे
7 अक्टूबर - शुक्रवार - षष्ठी - कात्यायनी पूजन -
सुबह पूजन 7 बजे शुरू , कल्पारम्भ , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे
शाम 5:50 के करीब - बेल बोधन , देवी आमँत्रण और अधिवास
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- शाम - 8:00 बजे
8 अक्टूबर - शनिवार -महासप्तमी - कालरत्रि पूजन सुबह मे 7:30 बजे नवपत्रिका प्रवेश , चण्डी पाठ , मूर्ति पूजन , 10:00 भोग निवेदन , 10:30 बजे - आरती पुष्पांजलि शुरू सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- 8 :00 बजे ,
9 अक्टूबर - रविवार - महाअष्टमी - महा गौरी पूजन ,
सुबह :- पूजन शुरू , 9:30 बजे कुमारी पूजन , भोग निवेदन , 10:30 बजे आरती पुष्पांजलि
शाम :- पूजन शुरू :- 5:30 से ,5:54 पर सन्धिपूजन (बलीदान) 108 दीप दान ,
सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू :- 8:00 बजे
10 अक्टूबर - सोमवार - महा नवमी - सिद्धिदात्री पूजन सुबह पूजन 7 बजे शुरू , आरती पुष्पांजलि 9:30 बजे सन्ध्या आरती पुष्पांजलि शुरू:- 8 :00 शुरू
11 अक्टूबर - मँगल वार- महा दशमी - सरस्वती पूजन , दुर्गा प्रतिमा विसर्जन , नवरात्रि का पारण ।
सुबह 7:00 हवन , घट विसर्जन, नोट :- मँगल वार को मूर्ति विसर्जन कही कही नही होता है तो मूर्तियों का विसर्जन 12 अक्टूबर बुधवार को भी हो सकता है ।

Share This News :