हिंदी चीनी à¤à¤¾à¤ˆ-à¤à¤¾à¤ˆ
à¤à¤¾à¤°à¤¤ और चीन के बीच चल रहे विवाद के बीच तिबà¥à¤¬à¤¤à¥€ धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥‚ दलाई लामा का बड़ा बयान आया है. बà¥à¤§à¤µà¤¾à¤° को दिलà¥à¤²à¥€ में à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के दौरान दलाई लामा ने कहा कि डोकलाम विवाद कोई सीरियस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ नहीं है, लेकिन दोनों देशों को à¤à¤• दूसरे के पड़ोस में ही रहना है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अगर इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर गलत पà¥à¤°à¥‹à¤ªà¥‡à¤—ैंडा चलाया जाता है तो दोनों देशों में बात बिगड़ सकती है.
दलाई लामा बोले कि किसी à¤à¥€ देश को चलाने वाले उसके नागरिक ही होते हैं, à¤à¤• देश में सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤¸ का होना जरूरी है. हमारा तिबà¥à¤¬à¤¤ समाज लोकतंतà¥à¤° में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करता है, चीन को à¤à¥€ लोकतंतà¥à¤° अपनाना चाहिà¤.
दलाई लामा ने कहा कि दोनों देशों के बीच में हिंदी-चीनी à¤à¤¾à¤ˆ-à¤à¤¾à¤ˆ ही à¤à¤• अंतिम फैसला है, दोनों बड़े देश हैं और दोनों को साथ ही रहना है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• आजादी मिलती है, मैं यहां पर काफी कà¥à¤› कर सकता हूं. जहां पर आजादी नहीं है वो जगह मà¥à¤à¥‡ पसंद नहीं है.