लोकसà¤à¤¾: 4 साल में 282 से 272 पर आ गई à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾
नई दिलà¥à¤²à¥€à¥¤ उपà¥à¤°, बिहार के लोकसà¤à¤¾ उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ परिणाम आने के बाद सदन में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के सीटों की संखà¥à¤¯à¤¾ 2014 के 282 से घटकर 272 पर पहà¥à¤‚च गई है। अà¤à¥€ लोकसà¤à¤¾ में कà¥à¤² 536 सदसà¥à¤¯ हैं जबकि सात सीटें खाली हैं।
इस हिसाब से सदन में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ अब à¤à¥€ अकेले बहà¥à¤®à¤¤ में है। हालांकि सहयोगियों के साथ उसके पास à¤à¤¾à¤°à¥€ बहà¥à¤®à¤¤ है। उपà¥à¤° में 2014 व 2017 के बाद पहली बार हार उपà¥à¤° में 2014 के आम चà¥à¤¨à¤¾à¤µ और 2017 के विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के बाद à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को पहली बार लोकसà¤à¤¾ की दो सीटों के उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ में हार मिली है।
इससे पहले इस साल जनवरी में पारà¥à¤Ÿà¥€ को राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में अजमेर और अलवर में पराजय का सामना करना पड़ा था। 2014 के लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को सà¤à¥€ 25 सीटें मिली थीं।
पिछले साल à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ पंजाब में गà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸à¤ªà¥à¤° सीट हार गई थी। यह सीट à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के विनोद खनà¥à¤¨à¤¾ के निधन से रिकà¥à¤¤ हà¥à¤ˆ थी।
खतरे की घंटी बने नतीजे
2014 के आम चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के बाद लोकसà¤à¤¾ की 20 सीटों के लिठउपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ हà¥à¤ हैं। इनमें à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को केवल तीन सीटें मिली हैं। यह अलग बात है कि इनमें से अधिकतर सीटें à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ के पास नहीं थीं। इस साल छह लोकसà¤à¤¾ सीटों के लिठउपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ हà¥à¤ जिनमें à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ à¤à¤• पर à¤à¥€ नहीं जीती।
ये उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल, उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ और बिहार में हà¥à¤à¥¤ उतà¥à¤¤à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ के इन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में लोकसà¤à¤¾ की सीटें हैं। उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की हार 2019 के आम चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के लिठखतरे की घंटी है।