शवयातà¥à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठ4 बजे होगा à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज का अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° -देखें शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देखें
इंदौर । à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज का अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° लगà¤à¤— 4 बजे किया जाà¤à¤—ा। महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के कà¥à¤› मंतà¥à¤°à¥€ और नेताओं के दोपहर 2.30 बजे तक इंदौर पहà¥à¤‚चने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। शवयातà¥à¤°à¤¾ अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° के लिठआशà¥à¤°à¤® से à¤à¤®à¥‹à¤°à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤¨ घाट के लिठरवाना हो गई है। बेटी कà¥à¤¹à¥‚ à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज की पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को मà¥à¤–ागà¥à¤¨à¤¿ देगी । अंतिम यातà¥à¤°à¤¾ को मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤§à¤¾à¤® तक पहà¥à¤‚चने में करीब à¤à¤• घंटा लगेगा इसके बाद शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ विधि-विधान के साथ अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° संपनà¥à¤¨ होगा। जिस गाड़ी में à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज की पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को रखा गया है उसको फूलों से सजाया गया है।
उनकी चिता को बेटी कà¥à¤¹à¥‚ मà¥à¤–ागà¥à¤¨à¤¿ देगी।इससे पहले उनकी पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को बॉमà¥à¤¬à¥‡ हॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² से उनके निवास सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सà¥à¤•à¥€à¤® नंबर 74 सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ आवास 'शिवनेरी' में लाया गया। यहां से पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को सूरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ आशà¥à¤°à¤® ले जाया गया। जहां पर बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में उनके शिषà¥à¤¯ उनके अंतिम दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठपहà¥à¤‚चे। à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज कोे शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देने वालो में रामदास अठावले और पंकजा मà¥à¤‚डे à¤à¥€ शामिल है। à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज के अंतिम दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठदेश- विदेश खासकर महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° से बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पहà¥à¤‚च रहे हैं।
à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज के शव के पास उनकी बेटी कà¥à¤¹à¥‚, पतà¥à¤¨à¥€ आयà¥à¤·à¥€ और परिवार के सदसà¥à¤¯ मौजूद है। आशà¥à¤°à¤® में पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठरखे जाने के बाद बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में à¤à¤•à¥à¤¤ उनके अंतिम दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठआ रहे हैं। केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ रामदास आठवले ने à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देते हà¥à¤ कहा कि ' बाबा साहब आमà¥à¤¬à¥‡à¤¡à¤•à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज की अगाध शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ थी उनके असामयिक निधन से देश को कà¥à¤·à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ है।' मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ दिगà¥à¤µà¤¿à¤œà¤¯ सिंह ने à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देते हà¥à¤ कहा कि ' à¤à¥ˆà¤¯à¥à¤¯à¥‚ जी महाराज के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आतà¥à¤® हतà¥à¤¯à¤¾ करने के समाचार सà¥à¤¨ कर विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ नहीं हà¥à¤†à¥¤ वे नेक धारà¥à¤®à¤¿à¤• इंसान थे। मैंने कà¤à¥€ सोचा à¤à¥€ नहीं था कि उन जैसा वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ आतà¥à¤® हतà¥à¤¯à¤¾ कर सकता है। ईशà¥à¤µà¤° उनकी आतà¥à¤®à¤¾ को शांति पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करें।
à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज की पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ देह को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देने वालों में डीआईजी हरिनारायण चारी मिशà¥à¤°,महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ देवेंदà¥à¤° फडनिस के ओà¤à¤¸à¤¡à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤•à¤¾à¤‚त,विधायक रमेश मेंदोला, और महेनà¥à¤¦à¥à¤° हारà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ शामिल है।
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को जिंदगी का संदेश देकर तनाव से निजात दिलाने वाले संत à¤à¤¯à¥à¤¯à¥‚ महाराज तनाव से खà¥à¤¦ हार गठऔर तनाव उनके ऊपर इस हद तक हावी हà¥à¤† कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ जिंदगी को अलविदा कहने का मन बना लिया। कल उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गोली मारकर खà¥à¤¦à¤•à¥à¤¶à¥€ कर ली थी। उनकी मौत की खबर आने के बाद देर रात तक शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि का सिलसिला चलता रहा।