संगीनों के साठमें पहà¥à¤‚ची जाटव यà¥à¤µà¤• की बारात
दरअसल, संजय जाटव की शादी कासगंज के निजामपà¥à¤° गांव की शीतल से 20 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को ही होनी तय थी, लेकिन आरोप है कि शादी से पहले ही गांव के दबंगों ने घोड़ी पर गांव में दलित की बारात निकालने का विरोध किया और धमकी दी. संजय का कहना है कि इसके बाद वह पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के पास गया और पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने दोनी पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ से बातचीत कर संगीनों के साठमें यहां शादी कराई.
संजय जाटव ने कहा, 'गांव के दबंगों ने कहा था कि घोड़ी पर बारात लेकर दलित नही जाà¤à¤—ा, लेकिन अब मैं बारात लेकर आया. करीब दस-बारह साल पहले मेरे ताऊ के लड़के की शादी इसी गांव में हà¥à¤ˆ थी, लेकिन दबंगों ने घोड़ी पर बरात नही जाने दी थी. मेरी शादी यहां तय हà¥à¤ˆ तो मैंने घोड़ी पर जाने की बात रखी, जिसका फिर गांव के दबंगों ने विरोध कर धमकी दी, लेकिन पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने मदद की.' à¤à¤à¤¸à¤ªà¥€, à¤à¤¡à¥€à¤à¤®, तमाम सीओ सहित करीब 200 पà¥à¤²à¤¿à¤¸ करà¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के संगीन के साठमें ये शादी हà¥à¤ˆ. 20 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² को जब शादी की तिथि तय की गई थी, तब लड़की की उमà¥à¤° 18 से कम थी जो अब बालिग़ हो गई है.वहीं, दूसरी ओर हाथों में मेहंदी लगाà¤, दà¥à¤²à¥à¤¹à¤¨ शीतल के चेहरे पर खà¥à¤¶à¥€ के साथ खौफ à¤à¥€ मौजूद था. शीतल को डर है कि पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की à¤à¤¾à¤°à¥€ मौजूदगी में वो तो बà¥à¤¯à¤¾à¤¹ के चली जाà¤à¤—ी, लेकिन à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में उसके परिवार पर इन दबंगों का ख़तरा हो सकता है.