जब à¤à¥€à¤® ने कराया यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर को समय का जà¥à¤žà¤¾à¤¨
à¤à¤• बार दरबार खतà¥à¤® होने पर यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर अपनी à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ और पतà¥à¤¨à¥€ दà¥à¤°à¥Œà¤ªà¤¦à¥€ के साथ वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª कर रहे थे। उसी वकà¥à¤¤ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² ने आकर सूचना दी कि दो अतिथि आपसे मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ करना चाहते हैं। यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर ने उनको कल आने का कहा। यह देखकर à¤à¥€à¤® वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª से उठकर चले गठऔर राजमहल के दà¥à¤µà¤¾à¤° पर लगा घंटा बजाने लगे। किसी को कोई आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• बात दिखाई दे, तà¤à¥€ वह घंटा बजाया जाता था।
à¤à¥€à¤® सà¥à¤µà¤¯à¤‚ विशाल काया के थे और घंटा à¤à¥€ काफी विशाल था। à¤à¥€à¤® उसको जोर-जोर से बजा रहे थे। घंटे की करà¥à¤•à¤¶ आवाज से सà¤à¥€ के कान दहल गà¤à¥¤ à¤à¥€à¤® के इस तरह से घंटा बजाते देख यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर ने à¤à¥€à¤® से घंटा बजाने का कारण पूछा। इस पर à¤à¥€à¤® वहां पर आठपà¥à¤°à¤œà¤¾à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ से बोले, ' हे पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ हमारे राजा तो यमराज से à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ हो गठहैं। '
कà¥à¤¯à¤¾ कह रहे हो à¤à¥€à¤®? साफ- साफ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं कहते हो?
à¤à¥€à¤® ने उतà¥à¤¤à¤° दिया, ' महाराज अà¤à¥€-अà¤à¥€ आपने दो अतिथियों को कल आने का कहा है। इसका अरà¥à¤¥ यह है कि आपको पूरा à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ है कि आप कल जीवित रहोगे। जबकि वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ यह है कि मनà¥à¤·à¥à¤¯ को इस बात की बिलकà¥à¤² जानकारी नहीं होती कि दूसरे दिन कà¥à¤¯à¤¾ घटित होने वाला है। कल का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ किस आधार पर किया जा सकता है। आपका अतिथियों को कल बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¾ इस बात की सूचना देता है कि कल आप इस धरती पर रहोगे। 'धरà¥à¤®à¤°à¤¾à¤œ यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर को तà¥à¤°à¤‚त अपनी गलती महसूस हà¥à¤ˆ और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तà¥à¤°à¤‚त दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤ªà¤¾à¤² को आदेश दिया कि दोनों अतिथियों को आज ही बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ जाà¤à¥¤ अतिथि दरबार में हाजिर हà¥à¤ और धरà¥à¤®à¤°à¤¾à¤œ यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर ने उनकी समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान किया।