और चिता पर रखी लाश के हिलने लगे होंठ, असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² ले कर à¤à¤¾à¤—े लोग
सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤°à¥‡à¤–ा बरà¥à¤¨à¤¿à¤‚ग घाट में गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को कà¥à¤› देर के लिठहकà¥à¤•à¥‡ बकà¥à¤•à¥‡ रह गये जब चिता पर रखी लाश की होंठहिलने लगे। इसके बाद वहां अटकलों का दौर शà¥à¤°à¥‚ हो गया। अंतिम यातà¥à¤°à¤¾ में शामिल कई लोगों ने कहा कि महिला कà¥à¤› बà¥à¤¦à¤¬à¥à¤¦à¤¾ रहीं हैं, हाथ में à¤à¥€ सà¥à¤ªà¤‚दन हो रहा है। इतने में कà¥à¤› लोगों ने शव के ऊपर रखी लकड़ियों को हटाया और चिता से उतरा गया। परिजन उसे लेकर टीà¤à¤®à¤à¤š पहà¥à¤‚चे, लेकिन वहां जांच के बाद चिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ ने उसे मृत ही बताया।
69 वरà¥à¤·à¥€à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ सिनà¥à¤¹à¤¾ की गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° सà¥à¤¬à¤¹ ही टाटा मोटरà¥à¤¸ असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² में मौत हà¥à¤ˆ थी। असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² से उनके पारà¥à¤¥à¤¿à¤µ शरीर को बारीडीह विजया गारà¥à¤¡à¥‡à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ निवास सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ ले जाया गया। उनके पति सचिदानंद सिनà¥à¤¹à¤¾ की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ में अरà¥à¤¥à¥€ उठी और शाम में सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤°à¥‡à¤–ा बरà¥à¤¨à¤¿à¤— घाट लाया गया था।
शà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤¨ में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ सागर ने बताया कि शव के पेट में लकड़ी रखने पर यदि उसमें गैस या हवा होती है तो उसमें शव के मà¥à¤‚ह से कà¤à¥€ पानी या फिर होंठहीलने लगते हैं। नाक और मंह से अकà¥à¤¸à¤° उसने बà¥à¤²à¤¬à¥à¤²à¤¾ निकलते हà¥à¤ देखा है। जिससे लोग à¤à¥à¤°à¤® में आ जाते हैं।